प्रेगनेंसी में डायबिटिक महिलाएं यूं करें वजन कंट्रोल

punjabkesari.in Wednesday, Apr 07, 2021 - 12:10 PM (IST)

गर्भावस्था में वजन बढ़ना सामान्य है क्योंकि इस दौरान कोख में एक नन्ही जान पल रही होती है। मगर, हद से ज्यादा वेट भी प्रेगनेंसी में कॉम्लिकेशन पैदा कर सकता है, खासकर डायबिटिक महिला को। प्रेगनेंसी में जेस्टेशनल डायबिटीज मैलिटस (GDM) शिशु को भी प्रभावित कर सकता है। वहीं, अगर वजन भी बढ़ने लगे तो और भी नुकसान हो सकता है। ऐसे में इसे कंट्रोल करना बहुत जरूरी है।

प्रेगनेंसी में क्यों बढ़ता है वजन?

प्रेगनेंसी में वजन बढ़ने का पहला कारण तो गर्भ में पल रहा भ्रूण होता है। इसके अलाव हार्मोन्स में बदलाव के कारण वजन बढ़ने लगात है क्योंकि इसके कारण इंसुलिन प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है। गर्भावस्था में वजन कंट्रोल इसलिए भी जरूरी हो जाती है क्योंकि इसके कारण कई जटिल समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

कब होती है शुगर लेवल की जांच

आमतौर पर प्रेगनेंसी के 24 से 28 हफ्ते में डायबिटीज की जांच होती है लेकिन जिन महिलाओं को अधिक संभावना हो उनकी जांच पहले ही कर दी जाती है। ऐसे में डायबिटीज रिस्क का पता लगाकर वजन को कंट्रोल कर सकती हैं।

प्रेगनेंसी में कितना वजन बढ़ना चाहिए

प्रेग्‍नेंसी में वजन कितना होना चाहिए यह BMI यानि बॉडी मास इंडेक्‍स पर निर्भर करता है। इसमें लंबाई और वजन के आधार पर बॉडी फैट मापा जाता है।

प्रेगनेंसी में डायबिटिक महिलाएं ऐसे कंट्रोल करें अपना वजन

खान-पान का रखें ध्यान

सबसे पहले को भरपूर पानी पीएं, ताकि डिहाइड्रेशन ना हो। डाइट में मौसमी फल, हरी सब्जियां, सुखे मेवे, नारियल पानी, अंडा, 1 चम्मच देसी घी जरूर खाएं। इसके साथ ही जंक , प्रोसेस्ड, मसालेदार, हाई शुगर व कैलोरी फूड्स से दूर रहें।अपने डॉक्टर से सलाह लेकर हैल्दी डाइट प्लान बनाएं।

शुगर क्रेविंग को करें शांत

शुगर क्रेविंग को शांत करने के लिए कुकीज, कैंडी री बजाए हैल्दी स्नैक्स जैसे फल, किशमिश  आदि खाएं। दिन में 3 बड़े और 2 छोटे मील्स लें, जिसमें 2 बार स्नैक्स शामिल हों।

हाई फाइबर फूड्स

हाई फाइबर  फूड्स जैसे ब्राउन राइस, रोटी, ब्रेड, सीरियल्स, ओटमील अधिक खाएं। डाइट में 40% कार्ब्स, 20% प्रोटीन और 25-30% वसा होनी चाहिए।

शारीरिक रूप से चुस्त-दुरुस्त रहें

वजन कंट्रोल करने के लिए  एक्सरसाइज, 30 मिनट चलना, तैरना, योगा और पिलेट्स व्यायाम आदि करें। शारीरिक रूप से खुद को सक्रिय रखें लेकिन थकान, पीठदर्द हो तो आराम करें।

शुगर लेवल की जांच करें

नियमित शुगर लेवल की जांच करती रहें, ताकि समय रहते इसे नॉर्मल किया जा सके। रोजाना भोजन से 1-2 घंटे पहले शुगर लेवल जांचे।

Content Writer

Anjali Rajput