''बेशरम रंग'' Controversy पर हनी सिंह बोले-  पहले के लोग ज्यादा समझदार थे, अब हम नहीं है आजाद

punjabkesari.in Friday, Dec 23, 2022 - 05:25 PM (IST)

गायक-रैपर यो यो हनी सिंह का मानना है कि शाहरुख खान अभिनीत ‘पठान' के ‘‘बेशरम रंग'' गाने को लेकर उठा विवाद यह दिखाता है कि दर्शक पहले अधिक समझदार थे। ‘‘बेशरम रंग'' में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के भगवा रंग की बिकिनी में दिखने के बाद से ‘पठान' फिल्म की काफी आलोचना हो रही है। देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं और आरोप लगाया जा रहा है कि इस गाने से एक समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। 

फिल्म पर प्रतिबंध की जिन लोगों ने मांग की है उनमें मध्य प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा और विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल शामिल हैं। मध्य प्रदेश उलेमा बोर्ड ने भी ‘‘इस्लाम को गलत तरीके से पेश करने'' का आरोप लगाते हुए फिल्म पर प्रतिबंध की मांग की है। साल 2013 में आई ‘चेन्नई एक्सप्रेस' के लोकप्रिय हुए गीत ‘‘लुंगी डांस'' में खान के साथ काम कर चुके सिंह ने कहा कि कलाकार को पहले कहीं अधिक रचनात्मक स्वतंत्रता थी। 


रैपर का कहना है- ‘‘पहले कहीं अधिक आजादी थी। लोग कम पढ़े-लिखे हो सकते हैं लेकिन कहीं अधिक संवेदनशील थे। वे समझदार थे और चीजों को मनोरंजन के रूप में लेते थे। वे किसी बात को दिल पे नहीं ले लेते थे।'' 1992 की फिल्म ‘रोजा' से संगीतकार ए आर रहमान के गीत ‘‘रुक्मिणी रुक्मिणी'' का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि अगर यह गाना आज रिलीज हुआ होता तो भारी विवाद हो जाता।  सिंह का मानना है कि पहले लोगों को शायरी और कविता की अच्छी समझ थी। 


वहीं इससे पहले हनी सिंह ने बाइपोलर डिसऑर्डर को लेकर भी कई खुलासे किए। उन्होंने बताया कि उन्हें कब और कैसे खुद को बाइपोलर डिसऑर्डर होने के बारे में पता चला और कैसे उनके प्रति लोगों का व्यवहार बदला। हनी सिंह बताया कि उस वक्त बहुत सारी चीजें हो रही थी। जब रॉ स्टार शो के सेट पर मुझे बाइपोलर डिसऑर्डर और साइकोटिक सिम्पटम्स का पता चला, तो मैंने कहा कि कुछ प्रॉब्लम है मेरे दिमाग में, कुछ हो गया है मेरे को. इसको ठीक करने दो। 

तब हनी सिंह अचानक ही लोगों की नजरों से दूर हो गए थे और उनके गाने भी आना बंद हो गए थे। उन्होंने बताया कि- 'जब मुझे बाइपोलर डिसऑर्डर के बारे में पता चला तो मैंने कहा कि कुछ प्रॉब्लम है मेरे दिमाग में। कुछ हो गया है। मुझे इसको ठीक करने दो।'मुझे इससे ठीक होकर निकलने में पांच साल लगे। मैं म्यूजिक बनाना चाहता था। 
 

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vasudha