Women Problem: अनियमित पीरियड्स की रामबाण दवा है Tulsi, यूं करें इस्तेमाल

punjabkesari.in Friday, Feb 22, 2019 - 06:32 PM (IST)

पीरियड्स आना एक नेचुरल प्रोसेस हैं, लेकिन इन दिनों महिलाओं को दर्द, तनाव व चिढ़चिढ़ेपन से गुजरना पड़ता है जोकि कोई समस्या नहीं है लेकिन जब पीरियड्स अनियमित हो जाए तो परेशानी का कारण जरूर बनते हैं। महिलाओं को पीरियड्स समय पर आना बहुत जरूरी है। अनियमित पीरियड्स की समस्या दूर करने के लिए महिलाएं दवाइयों का सेवन करती हैं लेकिन अधिक दवायों का सेवन भी शरीर को नुकसान पहुंचाता है। ऐसे में आज हम आपको इससे छुटकारा पाने का एक रामबाण तरीका बताते हैं, जिससे बिना किसी परेशानी के पीरियड्स रेगुलर हो जाएंगे।

 

क्यों जरूरी है समय पर पीरियड्स आना?

इररेग्युलर पीरियड्स, महिलाओं में होने वाली एक कॉमन प्रॉब्लम है। आमतौर पर महिलाओं को 21 दिन बाद पीरियड्स आते हैं। एक बार पीरियड्स लेट होना कोई गंभीर समस्या नहीं लेकिन अगर ऐसा बार-बार हो तो आपको डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए क्योंकि इससे महिलाओं को कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स होने लगती हैं।

कारण

पीरियड्स अनियमित हार्मोनल समस्याएं जैसे थायरायड डिजीज, पेल्विक और पीसीओडी के कारण हो सकते हैं। इसके अलावा यह समस्या वजन बढ़ना या वजन कम होना, तनाव, गलत डाइट, गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन, बहुत ज्‍यादा एक्‍सरसाइज और ब्रेस्‍टफीडिंग के कारण होती है।

 

लक्षण

इरेग्युलर पीरियड्स की पहली पहचान है- यूट्रस में दर्द होना। भूख ना लगना स्तन, पेट, हाथ-पैर और कमर में दर्द, अधिक थकान, कब्ज, दस्त भी इसके लक्षण हैं। साथ ही यूट्रस में ब्लड क्लॉट्स का बनना भी इसी का एक लक्षण है।

तुलसी से करें उपचार

अनियमित पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए तुलसी रामबाण इलाज है। इसमें मौजूद तत्व स्‍ट्रेस लेवल को कम और हार्मोन लेवल को मैनेज करने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं, यह एक नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं।

 

यूं करें इस्तेमाल

तुलसी कोर्टिसोल हार्मोन को कंट्रोल कर पीरियड्स को रेगुलर बनाती है। इसके लिए 10 ग्राम तुलसी के बीजों को पानी में उबालकर नियमित रूप से सुबह पीएं। इससे आपकी अनियमित पीरियड्स की समस्या ठीक हो जाएगी। इसके अलावा आप तुलसी की चाय, इसका पानी या इसकी पत्तियों को खा भी सकती हैं।

तुलसी का सेवन न करें अगर...

तुलसी का शरीर के हार्मोन्स पर प्रभाव पड़ता है इसलिए प्रेग्‍नेंट और डायबिटीज महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही अगर आप एसिटामिनोफेन जैसी पेन किलर ले रही हैं तो भी इससे परहेज करें क्योंकि इससे लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है।

 

Content Writer

Anjali Rajput