चश्मा उतरवा देगा यह देसी फार्मूला, स्वस्थ आंखों के लिए अपनाएं ये आयुर्वेदिक टिप्स

punjabkesari.in Friday, Sep 20, 2019 - 09:15 AM (IST)

आंखें हमारे शरीर के मुख्य अंगों में से एक हैं। चेहरे को सुंदरता के अलावा अपने आस-पास के रंगीन नजारे भी हम इसी की बदौलत देख पाते हैं लेकिन कई बार आंखों की सही देखभाल ना करने के चलते आंखों से जुड़ी दिक्कते आनी शुरू हो जाती हैं वहीं जो लोग मोबाइल, लैपटॉप आदि का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं उनकी आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती हैं, वहीं कई बार सहीं डाइट ना लेने की वजह से भी नजर कमजोर होने लगती हैं वहीं कई बार आंखों में लालगी होने लगती हैं। अगर आप भी किसी ऐसी दिक्कत से परेशान हैं तो घबराएं नहीं आज हम आपको कुछ आयुर्वेदिक व देसी नुस्खे बताएंगे जो आंखों के लिए बेस्ट हैं।

 

आंखों की रोशनी बढ़ाए

आंखों की रोशनी तेज करने के लिए रोजाना सौंफ, बादाम और मिश्री को मिक्स करके खाएं। साथ ही सुबह भिगो हुए बादाम खाएं या रोजाना गुनगुने सरसों के तेल से पैरों के तलवे की मालिश करें।

चश्मा उतारने का नुस्खा

जीरे व मिश्री को बराबर मात्रा में पीस लें। इसे रोजाना 1 चम्मच घी के साथ खाएं। इससे भी आपका चश्मा उतर जाएगा। इसके अलावा आप बराबर मात्रा में बादाम, मिश्री व सौँफ पीस कर पाऊडर बना लें और इसे लगातार रात को दूध के साथ 1 चम्मच लें। साथ ही दिन में 2 बार आंवले का मुरब्बा खाने से भी फायदा मिलेगा।

आंखों की थकान कैसे दूर करें

अगर आंखों में काम के चलते थकान रहती हैं तो ग्रीन टी का बैग या खीरा 10 से 15 मिनट रखें इससे थकान भी दूर होगी और डार्क सर्कल भी। 

ड्राई आई सिंड्रोम

कंप्यूटर, मोबाइल जैसे डिजिटल मीडियम के लंबे इस्तेमाल से इन दिनों ड्राई आई सिंड्रोम बेहद आम समस्या बन गई है। इसे दूर करने के लिए नारियल तेल या एलोवेरा जेल से आंखों की 15 मिनट मसाज करें और फिर पानी से धो लें।

आंखों में इंफेक्शन

बर्फ के टुकड़े से आंखे साफ करने से इसमें इंफैक्शन दूर होती है। इससे आंखो को बहुत आराम मिलता है और पिंक आई से राहत मिलती है।

लालगी या भारीपन

आंखो की सूजन, लालिमा और दर्द से राहत पाने के लिए धनिया काफी कारगार है। इसके लिए ताजे धनिए को पानी में उबाल लें और इसे छान कर ठंडा होने दें। अब इसे पानी से आंखों को धोएं।

मोतियाबिंद

बेरीज और खट्टे फलों को भी अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। विटामिन सी से भरपूर होने के कारण इनका सेवन मोतियाबिंद जैसी बीमारियों से बचाता है।

आंखों में गुहेरी

आंखों में गुहेरी की समस्या हर उम्र के लोगों को हो सकती है। इसमें आंखों की पलकों के नीचे या उपर लाल रंग का दाना हो जाता है। इसके लिए अमरूद के 4 पत्तों को पानी में अच्छी तरह उबालें। फिर इसे गुनगुना करके आंखों की सिंकाई करें। इससे आपको आराम मिलेगा।

आंखों के नीचे सूजन

एंटी इंफेलमेटरी गुणों से भरपूर कैमोमाइल टी-बैग को पानी में उबाल कर हल्का ठंडा करके आंखों के उपर रखें। 15-20 मिनट बाद आंखों को ठंडे पानी से धो लें। दिन में 2-3 बार ऐसा करने से आंखों की सूजन दूर हो जाएगी।

आंखों की झुर्रियां

आंख के पास की मांसपेशियां नाजुक होती हैं इसलिए ज्यादा सिकुड़ने व फैलने से वो टूट जाती हैं। इसके कारण त्वचा के फैलने व सिकुड़ने की क्षमता कम हो जाती है और झुर्रियां पड़ने लगती है, जिसे क्रोज फीट भी कहते हैं। 1 गिलास पानी में 1/2 नीबू का रस और 1/2 चम्मच शहद मिलाकर रोज पिने से त्वचा में कोलेजन का स्तर बढ़ेगा और झुर्रियां गायब हो जाएंगी। साथ ही आप एलोवेरा जेल से मसाज भी कर सकती हैं।

आंखों का तनाव

इसके लिए उंगुली के पोर से आंखों के चरों तरफ धीरे-धीरे थपथपाएं। इसे आई टैपिंग कहते हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और तनाव दूर होता है। साथ ही तर्जनी (Index Finger) और अंगूठे की मदद से आई ब्रो के नीचे की स्किन को हल्का सा दबाकर मसाज करें।

कंम्प्यूटर में करते हैं काम तो क्या करें?

कम्‍प्यूटर या लैपटॉप पर काम करने वाले लोग एंटी ग्लेयर लैंस का यूज करें।  हर आधे घंटे में ब्रेक लें और 5-10 बार आंखों को झपकाएं। आंखों पर ग्रीन टी बैग, खीरा स्लाइस जरूर रखें। इससे आंखों को रेस्ट मिलेगी।

मैकुलर डिजेनेरेशन के लिए अंडा

इस रोग में व्यक्ति की रेटिना पर छोटे-छोटे धब्बे दिखने लगते हैं। यह समस्या 60 से 65 वर्ष के बीच आम है लेकिन आजकल युवाओं में भी इसका खतरा बढ़ रहा है। इस समस्या से बचने के लिए डाइट में अंडा और जिंक, ल्यूटिन, जेक्सैंथिन से भरपूर फूड्स लें।

आंखों के स्वस्थ के लिए आयरन भरपूर डाइट, गाजर व अनार का जूस व मच्छी सबसे बेस्ट मानी जाती हैं इसलिए अपनी डाइट में पोष्टिक आहार जरूर शामिल करें।

Content Writer

Anjali Rajput