त्योहारों में तोरण के बिना अधूरी है घर की सजावट, इस बार ट्राई करें ये स्पेशल डिजाइन
punjabkesari.in Tuesday, Sep 10, 2024 - 12:22 PM (IST)
नारी डेस्क: तोरण का इस्तेमाल घर की सजावट और शुभ अवसरों पर मुख्य दरवाजे की शोभा बढ़ाने के लिए किया जाता है। भारतीय संस्कृति में तोरण का खास महत्व है, खासतौर पर त्यौहारों, पूजा-पाठ, और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों के समय घर के मुख्य द्वार पर तोरण लगाने की परंपरा है। तोरन को लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और यह स्वागत का प्रतीक भी है। आइए जानते हैं कि किस तरह से आप अपने घर को तोरण से सजा सकते हैं:
फूलों के तोरण
ताजे फूलों से बनेतोरण का इस्तेमाल घर की सजावट के लिए किया जा सकता है। गेंदा, गुलाब, चमेली और मोगरे के फूल से बने तोरतोरण न केवल देखने में खूबसूरत लगते हैं, बल्कि घर को ताजगी और खुशबू से भर देते हैं। गेंदा और अशोक के पत्तों का तोरण लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यह वास्तु के हिसाब से भी शुभ माना जाता है और इसे मुख्य द्वार पर लटकाने से घर में समृद्धि आती है।
डिजाइनर और मेटल तोरण
आजकल बाजार में मेटल, पीतल, और क्रिस्टल से बने डिजाइनर तोरण मिलते हैं। ये टिकाऊ होते हैं और लम्बे समय तक घर की शोभा बढ़ाते हैं। आप इन्हें अपनी घर की थीम के अनुसार चुन सकते हैं। मोती और मिरर वर्क से सजे तोरन भी काफी आकर्षक लगते हैं। ये आधुनिक और पारंपरिक दोनों सजावट के लिए परफेक्ट होते हैं।
कागज और क्राफ्ट तोरण
अगर आप क्रिएटिव हैं, तो खुद से कागज, रिबन, या पुराने कपड़ों से तोरन बना सकती हैं। रंगीन कागजों से बने पंखे या पताकाएं बनाकर इन्हें तोरन के रूप में इस्तेमाल कर सकती हैं। यह बच्चों के साथ मिलकर एक मजेदार और रचनात्मक काम हो सकता है।: आप तोरण को पर्सनलाइज़ कर सकती हैं, जैसे कि घर के सदस्य के नाम, स्वागत संदेश, या गणपति बप्पा के नाम लिखे हुए तोरन बनाकर घर के दरवाजे पर लगा सकती हैं।
मंगलकारी तोरण
तोरन में शुभ मंगलकारी प्रतीक, जैसे स्वास्तिक, ओम, या गणपति का चित्र जोड़ सकती हैं। यह घर में सुख-समृद्धि और शांति के प्रतीक होते हैं। शुभ अवसरों पर आम के पत्ते और नारियल से बना तोरण विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इसे घर के मुख्य द्वार पर लटकाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
लाइट और LED वाले तोरण
त्योहारों के समय, खासकर दिवाली या गणेश उत्सव के दौरान, आप LED लाइट्स वाले तोरण का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये रंग-बिरंगी लाइटों से घर को रोशन कर देते हैं और उत्सव की चमक बढ़ाते हैं।
बीड्स और जूट से बने तोरण
इको-फ्रेंडली सजावट: अगर आप प्राकृतिक और इको-फ्रेंडली सजावट चाहती हैं, तो जूट या बीड्स से बने तोरण का उपयोग कर सकती हैं। ये सजावट टिकाऊ होती हैं और पर्यावरण के अनुकूल होती हैं।
कपड़े के तोरण
विभिन्न रंगों के कपड़ों और धागों से बने तोरण भी घर की सजावट के लिए परफेक्ट होते हैं। इन्हें बनाने में आप पुराने कपड़ों का भी इस्तेमाल कर सकती हैं, जो घर के मुख्य दरवाजे को एक पारंपरिक लुक देगा।
तोरण लगाने के टिप्स
-तोरण हमेशा घर के मुख्य द्वार पर लगाया जाता है, ताकि शुभता और समृद्धि घर में प्रवेश करे।
-तोरण लगाने से पहले द्वार की साफ-सफाई करें और तोरन को साफ-सुथरी जगह पर लटकाएं।
- हर त्योहार या शुभ अवसर पर आप अलग-अलग तोरन का उपयोग कर सकती हैं, जैसे दिवाली पर दीपक डिज़ाइन का तोरन, गणेश चतुर्थी पर गणपति वाला तोरण आदि।