कोरोना से मरने वाले बूढ़े नहीं जवान, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए नए आंकड़े
punjabkesari.in Thursday, Oct 15, 2020 - 05:21 PM (IST)
देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है। इसके केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं जो कि हैरान करने वाले हैं। बात इसके आंकड़ों की करें तो स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोरोना के केसों की संख्या अब तक 72,39,389 हो गई है वहीं बात अगर मौतों की करें तो इस वायरस से अभी तक 1,10,586 लोग जान गवा चुके है और इससे 63,01,927 लोग ठीक भी हो गए हैं। कोरोना के यह आंकड़ें सच में हैरान करने वाले हैं।
हाल ही में यह बात भी सामने आई है कि भारत में कोरोना से मरने वाले तकरीबन 45 प्रतिशत लोगों की उम्र 60 साल से कम है। इसके आंकड़े भी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बताए गए हैं।
मरने वालों में सीनियर सिटीजन कम
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों की मानें तो भारत में अब तक कोरोना वायरस से जितने भी लोगों की मौत हुई है उनमें बुजुर्ग लोग कम है और यह स्थिती चिंता का विषय है। आंकड़ों की मानें तो मरने वालों की उम्र 60 साल से कम है। इस पर स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की मानें तो उनके अनुसार जब कोरोना वायरस ने देश में दस्तक दी थी तो ऐसी बातें सामने आ रही थी कि इससे सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को हैं लेकिन अब जो डेथरेट सामने आया है वह हैरान करने वाला है।
युवाओं की संक्रमित न होने वाली सोच गलत
इतना ही नहीं स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने यह भी कहा कि जितनी भी यंग जनरेशन है सब का ऐसा मानना है कि वह यंग है इसलिए उन्हें तो कुछ नहीं होगा और न ही वह इस वायरस की चपेट में आएंगे लेकिन ऐसा नहीं है। आंकड़ों की मानें तो कोरोना से मरने वालों की 53 प्रतिशत लोगों की उम्र 60 वर्ष और उससे ज्यादा थी वहीं 35 प्रतिशत लोगों की उम्र 45 से 60 वर्ष के बीच थी। 10 प्रतिशत लोगों की उम्र 26 से 44 वर्ष थी, तो 1 प्रतिशत लोगों की उम्र 18 से 25 और 17 वर्ष से कम आयु वर्ग वाले लोगों की थी।
आंकड़ों में सामने आई एक और चीज
इन आंकड़ों में यह बात भी सामने आई है कि कोरोना से मरने वालों में महिलाओं की संख्या कम और पुरूषों की संख्या ज्यादा है। नजर एक बार आंकड़ों पर डालें तो 26 से 44 वर्ष के लोगों में 10 फीसदी मौतें दर्ज की गईं और मरने वालों में 35 से 44 वर्ष की आयु के थे। वहीं 60 वर्ष से ज्यादा उम्र वालों की मृत्यु दर 53 प्रतिशत है और इन आंकड़ों में पुरुषों की संख्या ज्यादा है।
इस बात को किया नजरअंदाज तो...
मंत्रालय ने यह भी कहा है कि आने वाले समय में त्योहार आ रहे हैं दशहरा और दीवाली और अगर उस पर लोगों ने कोरोना वायरस को नजरअंदाज किया तो यह महामारी और भी बढ़ जाएगी इसलिए जितना हो सके लोगों से दूर रहे। सभी नियमों को फॉलों करें।
मरने वालों में अन्य बीमारियां भी थी
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों की मानें तो इस वायरस से अभी तक जितने भी लोग मरे हैं उनमें पहले से ही अन्य बीमारियां थीं। आंकड़ों की ओर नजर डाले तो 17 प्रतिशत लोगों में अन्य बीमारियां थी जबकि 1.5 प्रतिशत में कोई अन्य बीमारी नहीं थी।