डिप्रेशन और थायराइड का काल है कुंडलिनी योग, जानिए करने का सही तरीका

punjabkesari.in Wednesday, Jun 10, 2020 - 10:46 AM (IST)

शरीर को स्वस्थ रखने और बीमारियों से बचाने के लिए योग सबसे अच्छा माध्यम हैं। योग से ना सिर्फ आप ऊर्जावान रहते हैं बल्कि शरीर को अंदर से ताकत भी मिलती है। आज हम आपको कुंडलिनी योग के बारे में बताने जा रहे हैं, जो वजन घटाने के साथ-साथ मेंटल हैल्थ प्रॉब्लम्स दूर करने में काफी मददगार है। चलिए आपको बताते हैं कुंडलिनी योग करने के फायदे और सही तरीका।

 

क्या है कुंडलिनी योग?

कुंडलिनी योग को 'लाया योग' के नाम से भी जाना जाता है, जो हिंदू धर्म के शक्तिवाद और तंत्र विद्याओं से प्रभावित है। यह मेडिटेशन, प्राणायाम, मंत्र जप और योग आसन के नियमित अभ्यास से कुंडलिनी ऊर्जा को जगाता है।

कुंडलिनी योग करने का सही तरीका

इस योग को करने के लिए अपने पैरों को क्रॉस करके बैठ दाए और दोनों हाथों को प्रार्थना मुद्रा में जोड़ें। इस बात का ख्याल रखें कि आपकी रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी हो। इसके बाद दोनों आंखों को बंद करके ध्यान केंद्रित करें और 'ओम नमो, गुरु देव नमो' मंत्र का जाप करें। अपनी सांस पर ध्यान दें, ताकि आप रिलैक्स हो सकें।

कुंडलिनी योग के फायदे
मजबूत इम्यून सिस्टम

रोजाना इस योग करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे आप कई बीमारियों से बचे रहते हैं। इसके अलावा इससे आपको दिनभर एनर्जी भी मिलती है।

ब्लड को करे प्यूरीफाई

दरअसल, इस योग को करने से शरीर में कुंडलिनी ऊर्जा बढ़ती है, जिससे खून प्यूरीफाई हो जाता है। इतना ही नहीं, इस योग को करने से शराब और धूम्रपान की लत छूट जाती है।

तनाव से दूर

यह योग तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याओं को दूर करने की बेस्ट मेडिसिन हैं। सुबह उठकर अगर आप यह योग करते हैं तो इससे आपको बाकी के पूरे दिन तनाव महसूस नहीं होगा और रात को नींद भी अच्छी आएगी।

वजन घटाने में मददगार

कुंडलिनी योग के रोजाना अभ्यास से शरीर से फैट कम होता। साथ ही इस योग से पेट की मांसपेशियों पर असर पड़ता है, जिससे बैली फैट कम करने में मदद मिलती है।

पेट को रखे दुरूस्त

अगर आपको अक्सर पेट से जुड़ी समस्याएं रहती हैं तो रोजाना यह योग करें। इससे पाचन क्रिया दुरूस्त रहती है और आप कब्ज, दस्त और एसिडिटी जैसी समस्याओं से बचे रहते हैं।

आंतों को बनाए मजबूत

आंतों को मजबूत बनाने के साथ-साथ यह आसन उसमें होने वाली समस्याओं को भी दूर रखता है। इसके अलावा इस आसन को करने से कब्ज जैसी प्रॉब्लम भी दूर होता है, जिससे आपको मल त्याग में मदद मिलती है।

माइग्रेन और सिरदर्द

इस आसन का नियमित अभ्यास करने से मूड स्विंग, सिर में भारीपन, माइग्रेन की समस्या दूर रहती है।

थायराइड

इस आसन को करने से फेफड़े खुलते हैं और आपको थॉयराइड जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा यह अर्थराइटिस और पैरों से जुड़ी समस्या को भी दूर करता है।

ब्लड प्रैशर

खुली हवा में रोज इस आसन को करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है, जिससे ब्लड प्रैशर के साथ अस्थमा, अनिद्रा और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां दूर हो जाती है।

पीरियड्स दर्द से आराम

महिलाओं के लिए यह आसन करना बेहद फायदेमंद होता है। इस आसन को करने से न सिर्फ पीरियड्स दर्द से राहत मिलती है बल्कि यह मेनोपॉज के लक्षणों को भी दूर करता है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं के लिए भी यह आसन अच्छा माना जाता है।

गर्भवती महिला के लिए फायदेमंद

प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीनों में महिलाओं के लिए यह आसन करना बेहद फायदेमंद है। इससे प्रेग्नेंसी में कमर दर्द, मूड़ स्विंग जैसी परेशानियां नहीं होती।

नकारात्मकता करे दूर

कुंडलिनी योग की मदद से आप खुद को नकारात्मकता से दूर रख पाते हैं। यह औरा (Aura) को मजबूत बनाने में मदद करता है, जिसकी मदद से आप पॉजिटिव एनर्जी से भर जाते हैं।

Content Writer

Anjali Rajput