इन 10 योगासनों में छिपा है हर बीमारी का इलाज, रोजाना करें और रहें हैल्दी एंड फिट

punjabkesari.in Thursday, Jun 21, 2018 - 02:03 PM (IST)

रोजाना आसन करने के फायदे : गलत खान-पान और  भाग-दौड़ भरी जिंदगी के कारण आजकल 5 में से 4 लोग किसी ना किसी हेल्थ प्रॉब्लम के शिकार हैं। सिर में दर्द, बढ़ता वजन, पीठ दर्द, मानसिक तनाव, दिल की बीमारियां होना आम हो गई । इन शारीरिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए लोग कई तरह के तरीके अपनाते हैं। मगर ज्यादा फायदा नहीं मिलता। एेसे में आप योगासन करके भी इन बीमारियों को दूर कर सकते हैं। आज हम आपको 10 आसन बताएंगे जो शरीर को स्वस्थ रखने का काम करते हैं। तो आइए जानते हैं उन आसानों के बारे में। 

 

1. सिर दर्द के लिए अनुलोम- विलोम प्राणायाम


सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिए अनुलोम विलोम प्राणायाम करें। इसको करने से पेट में बनने वाली गैस से छुटकारा मिलता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पद्मासन में बैठे। फिर दाई नाक को बंद करके बाई नाक से सांस लें। इस प्रक्रिया को कम से कम 10 मिनट तक दोहराएं। एेसा करने से कुछ ही मिनटों में सिर का दर्द दूर हो जाएगा।

 

2. वजन कम करना है तो भुजंगासन

 

वजन कम करना है तो भुजंगासन बहुत फायदेमंद है। इस आसन को लगातार करने से कुछ ही दिनों में वजन कम होने लगेगा। भुजंगासन को करने के लिए पेट के बल लेट जाएं। अब अपने दोनों हाथाों को माथे के नीचे टिकाए। दोनों पैरों के पंजों को साथ रखें। फिर अपने माथे को ऊपर ऊठाएं और दोनों बाजुओं को कंधों के समान लाएं। एेसा करने पर शरीर का सारा भार बाजुओं पर पड़ेगा। अब शरीर के अगले भाग को बाजुओं के सहारे ऊपर उठाएं। शरीर को स्ट्रेच करके लंबी सांस लें। कुछ समय तक इस आसन को करें। फिर दोबारा पेट के बल लेट जाएं। 

 

3. पीठ दर्द से राहत के लिए मकरासन


आजकल ज्यादातर लोग पीठ दर्द की समस्या से परेशान हैं। पीठ के दर्द से छुटकारा पाने के लिए मकरासन करें। मकरासन करने के लिए सबसे पहले अपनी ठुड्डी को फर्श पर लगाकर सीधे लेट जाएं। फिर अपने हाथों पर ठुड्डी को टिकाएं। अब सांस लेते हुए पैरों को मोड़ें और सांस छोड़ते हुए पैरों को सीधा करें। अब इस प्रक्रिया को दोनों पैरों पर करें। 

 

 

4. अस्थमा रोगियों के लिए कपालभाति 


जिन लोगों को अस्थमा की समस्या है उनके लिए कपालभाति आसन बहुत फायदेमंद है। इस आसन को करने के लिए एक शांत जगह पर बैठ जाएं। फिर सांस को अंदर करे और बाहर छोड़ें। रोजाना 15 मिनट इस आसन को करें। अस्थमा की समस्या पर नियंत्रण होने के साथ ही पेट की चर्बी भी कम होगी और चेहरे पर निखार भी आएगा। 

 


5. स्ट्रैस कम करने के लिए शवासन


दिनभर की भाग-दौड़ के बाद दिमाग पर बहुत ज्यादा स्ट्रैस पढता है। मानसिक स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए रोजाना शवासन करना शुरू करें। शवासन करने के लिए पीठ बल फर्श पर लेट जाएं। इसके बाद हाथों को साइड में रखें और आखों को बंद कर लें और सांस लें। इस मुद्रा में 4-5 मिनट रहें।

 

 

6. सूर्य नमस्कार है बीमारियों का काल


रोजाना सूर्य नमस्कार करने से हड्डियां मजबूत, दिमाग स्ट्रैस फ्री, पाइल्‍स और कब्‍ज से राहत, पीरियड्स रेगुलर, खूबसूरत त्‍वचा, मन की एकाग्रता बढ़ने के साथ ही पाचन क्रिया में भी सुधार होता है। सुर्य नमस्कार करने की 12 स्थितियां होती है। ये आपके लिए बहुत फायदेमंद है।

 

 


7. दिल को स्वस्थ बनाएं उज्जयी प्राणायाम 


दिल को मजबूत करने के लिए उज्जयी प्राणायाम करें। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आरामदायक स्थान पर बैठे। फिर आंखों को बंद करके दोनों नॉस्ट्रिल्स से  हल्के हल्के लंबी सांस भरें और निकालें। इस आसम को करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद मिलती है और हार्ट रेट कम होता है। नींद न आने और माइग्रेन में भी यह फायदेमंद है।

 

 

8. एकाग्रता बढ़ाने के लिए भ्रामरी प्राणायाम


एकाग्रता बढ़ाने के साथ-साथ चिंता दूर करने, माइग्रेन की समस्या को भी भ्रामरी प्राणायाम दूर करता है। इसको करने के लिए एक शांत जगह पर बैठ जाएं। अब अपने चेहरे को मुस्कान की तरह बनाएं। कुछ समय तक आंखों को बंद रहने दें। तर्जनी ऊंगली को अपने कानों पर रखें। आपके कान व गाल की त्वचा के बीच में एक उपास्थि है। वहां अपनी ऊंगली को रखें। अब गहरी सांस लें और छोड़ें। इस प्रक्रिया को करने के से मधुमक्खी के भिनभिनाने जैसी आवाज आएगी। रोजान इस आसन को करने से फायदा मिलेगा। 

 

 

9. डायबिटिक पेशेंट के लिए उष्ट्रासन 


उष्ट्रासन डायबिटिक पेशेंट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप फर्श पर घुटनों के बल बैठ जाएं। इस बात का ध्यान रखें कि जांघों तथा पैर एक साथ हो और पंजे पीछे की ओर फर्श पर हो। घुटनों तथा पैरों के बीच करीब एक फुट की दूरी रखें। इसके बाद आप अपने घुटने पर खड़े होकर हो जाएं और सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें। अब दाईं हथेली को दाईं एड़ी पर तथा बाईं हथेली को बाईं एड़ी पर रखें। ध्‍यान रहे कि पीछे झुकते समय गर्दन को झटका न लगे। इसके बाद जांघों से फर्श पर समकोण बनाते हुए सिर पीछे को पीछे की ओर झुका लें। शरीर का वजन बांहों तथा पांवों पर समान रूप से होना चाहिए। अब धीरे धीरे सांस ले और धीरे धीरे सांस छोड़े। फिर लंबी गहरी सांस छोड़ते अपनी सामान्य स्थिति में आ जाएं। आप इस आसन को  5-7 बार कर सकते हैं।

 


10. स्वस्थ तन-मन के लिए मेडिटेशन


मेडिटेशन करने के लिए चौकड़ी माकर बैठें जाएं। इसके बाद आंखों को बंदकर कमर को सीधी करके बैठ जाएं। अब लंबी-लंबी सांस लें। आप चाहें तो शुरुआत में रिलैक्सेशन के लिए गाने भी लगा सकते हैं ताकि आपका ध्यान इधर उधर ना भटके। रोजाना मेडिटेशन करने से मन शांत, तन स्वस्थ, डिप्रैशन से छुटकारा मिलता है।

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