कहीं आपने तो नहीं लगा रखा घर की इस दिशा में आईना?
punjabkesari.in Sunday, Nov 21, 2021 - 11:47 AM (IST)
घर में लगा शीशा दिखने में आम सी चीज लगता है। मगर वास्तु अनुसार इसका संबंध आपके भाग्य से होता है। इसलिए शीशे को घर की सही दिशा, आकार पर लगाना बेहद जरूरी है। जहां सही दिशा में लगा आईना घर में खुशियां लेकर आता है। वहीं गलत दिशा व जगह पर लगाना शीशा परेशानियों को न्योता देता है। चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में वास्तु अनुसार, शीशे से जुड़ी कुछ खास बातें बताते हैं...
इस दिशा में लगाएं शीशा
वास्तु अनुसार, घर की उत्तर या पूर्व दिशा में शीशा लगाना शुभ होता है। इससे पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
इस दिशा में न हो शीशा
घर की दक्षिण और पश्चिम दिशा में आइना कभी भी नहीं लगाना चाहिए। वास्तु अनुसार, इससे घर में कलह-क्लेश बढ़ने का खतरा रहता है। इसके अलावा कभी दो दीवारों के आमने-सामने शीशा नहीं होना चाहिए। इससे भी तनाव पैदा हो सकता है।
शीशा कभी धुंधला न हो
घर की सभी चीजों व कमरों के साथ शीशा की सफाई का भी ध्यान रखें। वास्तु अनुसार, धुंधला शीशा रखने से बचना चाहिए। कहा जाता है कि इसमें चेहरा देखने से छवि खराब होती चली जाती है।
आईने का आकार
वास्तु अनुसार आईने का सही साइज, फ्रेम और उसका रंग भी बहुत मायने रखता है। कभी भी तीखी शेप वाला आईना घर पर नहीं लगाना चाहिए। इसके साथ ही भड़कीले रंग वाले फ्रेम लगाने से भी बचना चाहिए। इसके अलावा कभी भी चकोर आकार का शीशा घर पर नहीं लगाना चाहिए। इससे वास्तुदोष पैदा हो सकता है।
इस जगह पर लगाएं शीशा
घर की अलमारी, तिजोरी व पैसे रखने वाली अन्य जगहों पर शीशा लगाना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इससे पैसों की किल्लत दूर होने में मदद मिलती है।
बेड के सामने शीशा लगाने की गलती ना करें
कभी भी बेड के एकदम सामने शीशा नहीं होना चाहिए। वास्तु अनुसार, इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलती है। इसके साथ ही सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
अगर टूट जाए शीशा
आजकल लोग घरों में शीशे के अलावा कांच का टेबल, गिलास, बर्तन आदि भी इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में इनमें दरार आने या टूट जाने पर इन्हें तुरंत घर से बाहर फेंक दें। नहीं तो इससे घर में वास्तुदोष व नकारात्मक ऊर्जा फैल सकती है। इससे घर में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।