Soft Drinks के शौकीन हो जाएं सतर्क, इनसे मिलेंगे डायबिटीज जैसे10 बड़े नुकसान

punjabkesari.in Monday, Apr 29, 2019 - 01:55 PM (IST)

गर्मियों में प्यास बुझाने के लिए लोग लिक्विड चीजों का सेवन ज्यादा करते हैं, जिनमें सॉफ्ट ड्रिंक्स भी शामिल हैं लेकिन यह आपकी सेहत के लिए फायदेमंद नहीं है। जी हां, शोध के मुताबिक, अधिक सॉफ्ट या कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन कैंसर, डायबिटीज और दिल के रोगों का कारण बन सकता है। ऐसे में अगर आप भी इसका बहुत ज्यादा सेवन करते हैं तो सतर्क हो जाएं। चलिए आपको बताते हैं कि अधिक मात्रा में सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन आपके कैसे नुकसान पहुंचा सकता है।

 

क्यों हानिकारक है सॉफ्ट ड्रिंक्स?

दरअसल, सॉफ्ट ड्रिंक्स में कलर कैमिकल्स, कैफीन और एस्पार्टेम और एक्स्ट्रा आर्टिफिशल स्‍वीटनर्स होती है। बता दें कि 350 ml कोल्ड ड्रिंक में लगभग 10 चीनी के चम्मच के बराबर मीठा होता है, जो कई बीमारियों का कारण बनती है। इतना ही नहीं, इनमें ऐसे घटक शामिल होते है, जो आपको धीरे-धीरे इसका आदि बना देते हैं।

सॉफ्ट ड्रिंक्स की जगह पीएं हैल्दी ड्रिंक्स

गर्मियों में अपनी प्यास बुझाने के लिए आप सॉफ्ट ड्रिंक्स की बजाए हेल्दी ऑप्शन चूज कर सकते हैं। इसकी बजाए आप सादा पानी, नारियल पानी, फ्रूट्स जूस, स्मूदी, डिटॉक्स ड्रिंक्स या स्पार्कलिंग वाटर पी सकते हैं। इससे प्यास भी बुझ जाएगी और आप स्वस्थ भी रहेंगे।

सॉफ्ट ड्रिंक्स के नुकसान
डायबिटीज

दरअसल, इसमें मौजूद चीनी को समायोजित करने के लिए शरीर को इंसुलिन की जरूरत पड़ती है, जिससे अग्‍नाशय (Pancreatic) पर दवाब पड़ता है। इससे टाइप 2 डायबीटीज का खतरा भी कई गुणा बढ़ जाता है। ऐसे में अगर आप भी रूटीन से सॉफ्ट ड्रिंक पीते हैं तो सावधान हो जाएं।

मोटापे का कारण

बता दें कि करीब 600मि.ली. सोडा में 240 कैलोरी के साथ चीनी भी काफी अधिक मात्रा में होती है, जो मोटापे का कारण बनती हैं। अगर आप रोजाना 1 कैन सॉफ्ट या कोल्ड ड्रिंक पीते हैं तो साल भर में आपका वजन साढ़े 14 पाउंड यानी करीब साढ़े 6 कि.लो. तक बढ़ सकता है।

हार्ट डिजीज का खतरा

स्टडी के अनुसार, जो हफ्ते में 2 या उससे ज्‍यादा डाइट सोडा पाने वाले लोगों में दिल की बीमारियों और हार्ट अटैक का खतरा 2 गुना ज्यादा होता है।

हड्डियों को पहुंचाता है नुकसान

इसका अधिक सेवन बोन मिनरल डेंसिटी को भी प्रभावित करता है, जिससे हड्डियां जल्दी-जल्दी फ्रैक्चर होने लगती है। इतना ही नहीं, इन ड्रिंक्स में कैफीन होता है, जो पेशाब के माध्यम से शरीर से कैल्शियम एक्सक्रिशन की मात्रा बढ़ाता है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस और हाइपोकैल्सीमिया का खतरा बढ़ जाता है।

दांतों को नुकसान

इसका अधिक सेवन करने से शरीर में एसिड लेवल काफी बढ़ जाता है, जिसका असर सेहत के साथ दांतों पर भी दिखाई देता है। इससे दांतों में दर्द, सड़न व कैविटी होने की आशंका भी बढ़ जाती है।

किडनी के लिए खतरनाक

कोल्ड ड्रिंक का सेवन किडनी के लिए भी हानिकारक है। कोल्ड ड्रिंक में एसिडिक लिक्विड और फॉस्फोरिक एसिड होता है, जिससे बॉडी सिस्टम कुछ घंटों के लिए रूक जाता है, जिससे किडनी पर असर पड़ता है। इतना ही नहीं, इससे पथरी और किडनी फेल के चांसेस भी बढ़ जाते हैं।

फैटी लिवर डिजीज

इसमें चीनी बहुत ज्यादा मात्रा में होती है, जो लिवर में जाकर जमा हो जाती है। बाद में यही चीनी गैर अल्कोहल फैटी लिवर (Non-Alcoholic Fatty Liver Disease) और अन्य बीमारियों का खतरा पैदा करती है।

कैंसर का खतरा

सॉफ्ट ड्रिंक्स को कलरफुल बनाने के लिए कैमिकल्स और अमोनियम कंपाउंड्स मिक्स किए जाते हैं। ये कैमिक्लस, सल्‍फाइट्स और चीनी रिएक्‍ट से करके ऐसे रसायन बनाते हैं, जो लिवर व कैंसर के लिए जिम्मेदार है। इतना ही नहीं, सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन करने वाले पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर होने की आशंका 40 फीसदी तक बढ़ जाती है।

नींद को करती हैं खराब

इसमें कैफीन की काफी अधिक मात्रा होती है, जिससे आपको रात में नींद ना आने की समस्या हो सकती है। इतना ही नहीं, अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से पाचन क्रिया पर भी असर पड़ता हैै। इसके अलावा इसमें मौजूद आर्टिफिशल स्‍वीटनर्स से सिरदर्द व माइग्रेन की समस्‍या होती है।

अस्थमा और सीओपीडी

एक अध्ययन में पाया गया कि हर दिन 500 मिलीलीटर से अधिक सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन अस्थमा और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसऑर्डर (COPD) का जोखिम भी बढ़ाता है। साथ ही इसमें मौजूद चीनी से वैजाइना में एलर्जी और सूजन भी हो सकती है।

Content Writer

Anjali Rajput