प्राकृतिक खूबसूरती का बेहतरीन नमूना है ये शहर, फिर भी टूरिस्टों में नहीं है मशहूर

punjabkesari.in Sunday, Jul 08, 2018 - 05:17 PM (IST)

श्रीलंका की राजधानी होने के नाते कोलम्बो ते पहले से ही लोकप्रिय रहा हैं लेकिन यहां से दक्षिण की ओर करीब 240 किलोमीटर दूर स्थित हम्बनटोटो के बारे में ऐसा नहीं हैं। 


फ्रैैंगिपानी फूलों की महक 


हाल के सालों में श्रीलंका सरकार द्वारा हम्बनटोटा बंदरगाह को 99 वर्ष के लिए पट्टे पर चीन को सौंपे जाने पर खूब सुर्खियां बटोरता रहा हैं। हालांकि, यह शहर प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है जो श्रीलंका के हरे-भरे तथा शांत व अनछुई दक्षिणी तटरेखा पर स्थित है। यहां पहुंचने के बाद फ्रैंगिपानी फूलों की महक वाली उष्णकटिबंधीय बागों के साथ यहां शांगरी-ला रिजॉर्ट और स्पा रिलैक्स होने के लिए सबसे बैस्ट जगहों में से एक है। इस रिजॉर्ट में श्रीलंका का पहला, इको-लॉजिकल 18-होल गोल्फ कोर्स भी मौजूद है। नारियल के पेड़ों से भरे मैदान में बना यह गोल्फ कोर्स एक बेहद सुंदर नजारा पेश करता है। 

हाथियों का नैशनल पार्क 
हाथियों का श्रीलंकाई संस्कृति में एक विशेष स्थान है। वे इस देश के सबसे बड़े प्रतीक हैं। हम्बनटोटो आने वाले टूरिस्टों के लिए उदावलावे नैशनल पार्क की सैर बेहद जरूरी कही जा सकती हैं। साथ ही यहां के एलिफैंट ट्रांजिट होम में भी जाना न भूलें। 

अन्य आकर्षण 
हम्बनटोटो के पास स्थित प्रमुख आकर्षणों में बुंदाला नैशनल पार्क भी प्रमुख है जो तरह-तरह के पक्षियों का धर हैं। यूनैस्को ने इसे बायोस्फीयर रिजर्व का दर्जा दिया हुआ है। 

यहां के वलावे रिलर की सफारी कोफी लोकप्रिय है। यहां आपके अनेक प्रकार के हरे-भरे परिवेश के बीच नदियों में नौका विहार एक अविस्मर्णीय अनुभव बन जाता है। 

महापेलेस्सा हॉट स्प्रिंग में गर्म पानी के प्राकृतिक स्त्रोत भी बड़ी संख्या में टूरिस्टों में मशहूर है। यहां कुदरती रुप में मौजूद गर्म पानी बाथ लेने के लिए काफी मशहूर है।

 

 
कैसे मिला यह नाम 
दक्षइण तथा पूर्वी श्रीलंका में रुहाना, साम्राज्य की स्थापना के पश्चात यहां सियाम, चीन तथा इंडोनेशियां से बहुत से टूरिस्ट व व्यापारी आने लगे थे जो अपने जहाजों को एक प्राकृतिक बन्दरगाह अम्बलनटोटो में खड़ा करते थे। इन व्यापारियों की बड़ी नावों और जहाजों को सम्पन कहा जाता था और जहां ये उन्हें खड़ा करते थे उसे टोटा कहते थे जिसका अर्थ बन्दरगाह होता है। इस कारण क्षेत्र का नाम सम्पनटोटा पड़ गया था जो आगे चलकर हम्बनटोटा हो गया। 

Content Writer

Sunita Rajput