बचपन में ही होने लगे सफेद बाल, चाइल्ट स्पैशलिस्ट ने बताए 5 बड़े कारण

punjabkesari.in Tuesday, Sep 23, 2025 - 04:46 PM (IST)

नारी डेस्क : आजकल छोटे बच्चों के सफेद होते बाल पैरेंट्स के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गए हैं। जहां पहले बालों का सफेद होना उम्र बढ़ने की निशानी माना जाता था, वहीं अब 5 से 8 साल के बच्चों तक में यह समस्या देखने को मिल रही है। चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर इस बढ़ती समस्या की वजहें और उसके आसान समाधान बताए हैं।

पैरेंट्स क्यों हो रहे हैं परेशान

कम उम्र में बच्चों के बाल सफेद होना किसी भी पैरेंट के लिए चिंता की बात होती है।

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स्वास्थ्य को लेकर डर: उन्हें लगता है कि कहीं बच्चे को कोई गंभीर बीमारी तो नहीं है।

सोशल प्रेशर: परिवार और रिश्तेदार बार-बार पूछते हैं कि इतनी छोटी उम्र में बाल क्यों सफेद हो गए।

बच्चे का आत्मविश्वास: कई बार बच्चा खुद अपने लुक को लेकर असहज महसूस करने लगता है और यह उसके आत्मविश्वास को प्रभावित करता है।

भविष्य की चिंता: पैरेंट्स को डर रहता है कि यह समस्या आगे चलकर और न बढ़ जाए।

डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे समय में घबराने की बजाय सही कारण पहचानना और समय पर टेस्ट कराना सबसे जरूरी है।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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बच्चों के बाल सफेद होने की वजहें

डॉक्टर के अनुसार, बच्चों में समय से पहले बाल सफेद होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं।

पोषक तत्वों की कमी: विटामिन B12, आयरन, प्रोटीन और जिंक की कमी बालों में मेलानिन बनने की प्रक्रिया को प्रभावित करती है, जिससे बाल जल्दी सफेद होने लगते हैं।

थायरॉइड की समस्या: अगर बच्चे का थायरॉइड असंतुलित है तो यह भी बालों की समय से पहले सफेदी का कारण बन सकता है।

जेनेटिक कारण: अगर परिवार में माता-पिता या दादा-दादी के बाल कम उम्र में सफेद हुए हों, तो बच्चे में भी यह समस्या आनुवंशिक रूप से आ सकती है।

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बच्चों के लिए जरूरी टेस्ट

अगर आपके बच्चे के बाल सफेद हो रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेकर ये टेस्ट जरूर करवाएं।

विटामिन B12 टेस्ट

आयरन लेवल टेस्ट

थायरॉइड टेस्ट

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घरेलू उपाय जो ला सकते हैं फर्क

डॉक्टर का कहना है कि समय रहते ध्यान देने से इस समस्या को रोका जा सकता है।

बच्चों को आंवला (कच्चा या जूस) खिलाएं।

हफ्ते में 2-3 बार आंवला या नारियल तेल से मालिश करें।

बच्चों को भीगी हुई किशमिश रोज खिलाएं।

मेथी दाना और करी पत्ते का उबला पानी ठंडा करके पिलाएं।

पैरेंट्स के लिए जरूरी सलाह

बाल सफेद होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। समय रहते डॉक्टर से सलाह लेना और बच्चों की डाइट में सुधार करना सबसे जरूरी कदम है। संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और सही पोषण से बच्चों के बालों को दोबारा स्वस्थ बनाया जा सकता है। छोटे बच्चों में बाल सफेद होना एक आम समस्या बनती जा रही है, लेकिन सही जांच, सही पोषण और नियमित देखभाल से इसे रोका जा सकता है। पैरेंट्स को चाहिए कि वे डरने के बजाय डॉक्टर से सलाह लें और बच्चों की डाइट में जरूरी बदलाव करें।
 


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Content Editor

Monika

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