Bad Germ के साथ न करें Good Germ का सफाया, कैंसर से करते हैं बच्चों का बचाव

punjabkesari.in Friday, May 25, 2018 - 06:58 PM (IST)

बच्चे को खेलते समय मां-बाप इस बात के लिए परेशान रहते हैं कि कहीं बच्चे को कोई चोट न लग जाए। खेलते समय अक्सर बच्चों को इस बात के लिए भी रोका-टोका जाता है कि हाथ गंदे मत करो, गंदे हाथ मुंह में न डालों क्योंकि जर्म्स और बैक्टीरिया के बारे में सोचते ही डर लगने लगता है। कहीं इससे हमारा बच्चा बीमार न हो जाए। अगर बच्चे घर पर हो तो उनका ध्यान रखना आसान है लेकिन स्कूल या फिर घर से बाहर इन नन्हें मुन्नों पर ध्यान कैसे रखा जाए। हाल ही में हुए एक शोध में एक बात सामने आई है कि जर्म फ्री लाइफस्टाइल की वजह से बच्चों में कई तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। 

 

कोई भी रोग शरीर को तभी घेरता है जब उसकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो। जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते जाते हैं, बॉडी कई तरह के बैक्टीरिया और वायरस से लड़कर मजबूत हो जाता है। अगर बच्चे की साफ-सफाई का ज्यादा ध्यान रखा जाए तो बच्चे जर्म्स और बैक्टीरिया की पहुंच से बिल्कुल दूर हो जाते हैं। इससे बच्चे का इम्यून सिस्टम यानि बैक्टीरिया से लड़ने की शक्ति विकसित नहीं हो पाती। आइए जानें कितनी तरह के होते हैं जर्म्स।

 

बुरे नहीं अच्छे भी हैं जर्म्स
जर्म्स का नाम सुनते ही हमारे मन में यह ख्याल आता है कि इससे बीमारियां बढ़ती हैं लेकिन जर्म्स दो तरह के होते हैं। एक बीमारियां पैदा करने वाले यानि 'बैड जर्म्स' और दूसरे शरीर के अप्रत्यक्ष रूप से स्वस्थ बनाने का काम करते हैं यानि 'गुड जर्म्स'। 

 

अक्सर यह देखा जाता है कि हाई क्लास सोसायटीज के बच्चे जल्दी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। शोध के मुताबिक ऐसे बच्चों में ब्लड कैंसर के ज्यादा मामले पाए गए हैं। इसका कारण लाइफस्टाइल का मॉडर्न होना हो सकता है। जब बच्चे अचानक किसी बैक्टीरिया या जर्म के संपर्क में आते हैं तो इनसे लड़ने के लिए प्रतिरोधर क्षमता फेल हो जाती है। जिससे बीमारियां इंसान को जल्दी घेरती हैं। दूसरी तरफ अगर शिशु  'गुड जर्म्स' और कुछ 'बैड जर्म्स' के संपर्क में नहीं आता तो बड़े हो उसे सेहत संबंधी परेशानियों का दूसरे बच्चों के मुकाबले ज्यादा सामना करना पड़ता है। 


बढ़ता है ल्यूकीमिया का खतरा
अगर प्रतिरोधक क्षमता ही कमजोर होगी तो रोग भी शरीर को जल्दी घेरने लगेगे। इस वजह से ल्यूकीमिया कैंसर होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। यह ज्यादातर 20 साल से कम बच्चों को होता है। इससे बचने के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत होना बहुत जरूरी है। 

 

इन बातों का रखें ख्याल
यह बात चाहे सही है कि इम्यून सिस्टम कमजोर होने का कारण प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बच्चों की साफ-सफाई का बिल्कुल भी ध्यान न रखा जाए। यह उन लोगों के साथ होता है जो हद से ज्यादा साफ-सफाई और बच्चों को रोक-टोक करते हैं। बच्चों को हैल्दी रखने के लिए उनकी परवरिश से जुड़ी कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। 

 

1. हर समय बच्चों का घर के अंदर बंद करके न रखें। उन्हें घर से बाहर जाकर भी कुछ देर के लिए खेलने दें ताकि प्राकृति के साथ उनका संपर्क बना रहे। इससे बच्चों का शारीरिक ग्रोथ भी अच्छी होगी। 

2. बाहर यानि प्राकृति में विटामिन एन मिलता है। इससे बच्चो का मानसिक विकास तेजी होता है। इससे बच्चे शारीरिक रूप से भी हैल्दी होते हैं। 

3. विटामिन डी हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है और धूप से शरीर जल्दी विटामिन ग्रहण कर लेता है। इसलिए बच्चे को आउटडोर गेम्स खेलने के लिए घर से बाहर लेकर जाएं। 

4. खेलते समय बच्चे को रोक-टोक न करें और उनकी हैल्दी डाइट का खास ख्याल रखें। 

 

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