बिस्तर के पास फोन चार्ज करने की गलत आदत सुधार लो, नहीं तो एक-एक अंग हो जाएगा खराब !

punjabkesari.in Friday, Aug 11, 2023 - 02:54 PM (IST)

स्मार्टफोन की लत कुछ लोगों पर इस कदर हावी हो गई है कि वह इसके बीना एक पल नहीं रह सकते। अपने फोन के बीना उन्हें अधूरा- अधूरा लगता है, कुछ लोगों का तो यह हाल है कि उन्हें फोन को यूज किए बीना नींद ही नहीं आती। सुबह उठते ही सबसे पहले वह अपने फाेन को ही ढूंढते हैं, इसलिए वह इस अपने तकिए के नीचे रखकर सोते हैं। अगर आप भी इस तरह की गलती कर रहे हैं तो अभी भी वक्त है सुधर जाओ नहीं तो सारी उम्र पछताना पड़ेगा।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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क्या कहना है वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन

कुछ लोगों की आदत होती है कि वह मोबाइल को अपने सिर के पास ही चार्ज करते हैं। फोन को तकिए के नीचे रखकर सोने से बहुत सारे नुकसान हो सकते हैं। इसे लेकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी कई शोध किए हैं। लोगों को सचेत करने के लिए एक वीडियो सेशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है, जिसमें बताया गया है कि सिर के पास मोबाइल चार्ज करने से क्या- क्या नुकसान हो सकता है।

चार्जिंग रेडिएशन डालते हैं असर

इस वीडियो में एक लड़की को बेड पर सुलाया गया है और उसके पास मोबाइल फोन को चार्ज में लगा दिया गया है। उसकी बॉडी की हलचल को मॉनिटर करने के लिए उसके हाथों में कुछ मशीन्स लगई गई है। वीडियो में देख सकते है जैसे ही मोबाइल का चार्जर ऑन हुआ तो उस लड़की की बॉडी इन चार्जिंग रेडिएशन से प्रभावित हुई। दरसअल मोबाइल चार्ज के समय निकलने वाले रेडियो वेव्स बॉडी को डैमेज कर सकते हैं। 


नींद में भी आती है खलल

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने अपने शोध में पाया था कि मोबाइल को तकिए के नीचे रखकर सोने से रेडियो फ्रीक्वेंसी हमेशा आपके पास रहती है जो नींद में भी खलल पैदा कर सकती है और इसका खतरनाक रेडिएशन भी दिक्कत पैदा कर सकता है। ऐसे में एडल्ट्स की तुलना में बच्चों के स्कैल्प और स्कल ज्यादा पतले होते हैं और उन्हें रेडिएशन से ज्यादा नुकसान पहुंचता है।


 ट्यूमर का भी रहता है खतरा

कई रिपोर्ट्स तो यह भी कहती है कि  मोबाइल फोन रेडिएशन आपके प्रोडक्टिव सिस्टम को प्रभावित कर स्पर्म काउंट कम कर सकता है। यानि अगर आप मर्द हैं तो आपके पिता बनने की क्षमता पर भी स्मार्ट फोन का रेडिएशन भयानक असर डाल सकता है। इसके साथ ही इससे ट्यूमर होने की संभावना रहती है। ऐसे में सलाह दी जाती है कि फोन को  कम से कम तीन फीट की पर रखकर इसके गंभीर परिणामों से बचा जा सकता है।

Content Writer

vasudha