अंतरराष्ट्रीय डांस प्रतियोगिता में गीतांजलि जीत चुकी है कई गोल्ड मेडल

punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2019 - 11:59 AM (IST)

 डांस तो हर कोई कर लेता है लेकिन डांस के माध्यम से अपनी पहचान बनाना बहुत ही मुश्किल काम होता है। उसके लिए न केवल मेहनत बल्कि शारीरिक फिटनेस भी बहुत ही जरुरी होती है। जालंधर के सेंट्रल टाउन की रहने वाली 12 साल की गीतांजलि मरवाहा इस समय स्टेट या नेश्नल लेवल पर ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने डांस के माध्यम से पहचान बना चुकी है।

क्लासिकल, सालसा, क्लासिकल फ्यूजन डांस फोर्म करने वाली गीतांजलि  ने बताया कि बचपन में उन्हें डांस करने का काफी शौक था। इसके बाद मां अंजुला ने जब डांस क्लास में डाला तो पहले वह शौक के तौर पर डांस करती थी लेकिन अब इसी में करियर बनाने का सपना देखती है। इस समय वह पिछले 6 साल से डांस एंड फिटनेस एक्सपर्ट निधि बेरी से डांस सीख रही हैं।

 

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीते टाइटल

गीतांजलि ने नेशनल ही नहीं इंटरनेशनल स्तर पर भी कई मेडल और टाइटल हासिल किए है। इसी साल जुलाई में बैंगलोर में हुई एशिया की सबसे बड़ी डांस प्रतियोगिता आईआईडीसी में सालसा डांस कैटेगरी में 2 गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीता। इसी के साथ वह डीआईडी लिटल मास्टर सीजन 4 के मुंबई और सुपर डांसर के दिल्ली राउंड में भी जा चुकी हैं। राष्ट्रीय स्तर पर डांस के साथ गीताजंलि योगा में भी गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी है। वहीं अब तक गीताजंलि 60 से अधिक डांस प्रतियोगिताएं जीत चुकी है।

डांस के साथ पढ़ाई को भी देती हूं समय

इनोसेंट हार्ट्स स्कूल में 7 वीं कक्षा की गीताजंलि इस समय अपने डांस के साथ पढ़ाई को भी पूरा समय देती है। गीताजंलि ने बताया कि रोज वह 2 से 3 घंटे डांस की प्रैक्टिस के साथ अपनी पढ़ाई पूरी करती है। वहीं जब छुट्टी होती है या कोई प्रतियोगिता होती है तो वह लगातार कई घंटों तक प्रैक्टिस करती रहती है। कई डांस प्रतियोगिताओं के लिए तो उसने पूरा दिन प्रैक्टिस की हैं।

 

जीत चुकी है कई प्रतियोगिताएं

तकदीर की टॉपी 2 बार
नेकस्ट डांस आइकन ऑफ पंजाब
पंजाब डांसिंग सुपरस्टार
तारे जमीन पर में गोल्ड क्वाइन
अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस में पहला प्राइज
 

Content Writer

khushboo aggarwal