अनंत चतुर्दशी के दिन इस शुभ योग में करें बप्पा का विसर्जन, मनचाहा वरदान देंगे विघ्नहर्ता

punjabkesari.in Monday, Sep 25, 2023 - 05:46 PM (IST)

भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की तिथि को अनंत चतुर्दशी के रुप में मनाया जाता है। इस बार यह 28 सितंबर को मनाई जाएगी। इस दिन कई सारे भक्त व्रत करते हैं और पूरे विधि-विधान के साथ भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। पंचामृत, मौसमी फलल और तुलसीदल के साथ पूजा की जाती है। यह पर्व भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन व्रत रखकर भक्त भगवान विष्णु के अनंत रुप की पूजा करते हैं। इसके अलावा इसी दिन गणेष उत्सव भी खत्म होता है। हालांकि सभी अपनी सुविधा के अनुसार, गणेश विसर्जन करते हैं। अनंत चतुर्दथी पर बप्पा का विसर्जन करना शुभ माना जाता है। ऐसे में यदि आपने भी अभी तक विसर्जन नहीं किया है तो अनंत चतुदर्शी वाले दिन विसर्जन कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है....

पूजा का शुभ मुहूर्त 

पंचागों की मानें तो भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 27 सितंबर रात 10:19 पर शुरु होने वाली है। वहीं इसका समापन 28 सितंबर शाम 04:49 को होगा। भगवान विष्णु की पूजा का शुभ मुहूर्त इस दौरान 06:20 से लेकर शाम 06:49 तक है। 

इस समय करें बप्पा का विसर्जन 

ज्योतिष शास्त्र की मानें तो 28 सितंबर को गणपति विसर्जन के लिए तीन मुहूर्त बन रहे हैं। सुबह 06:16 से लेकर 07:40 का है, दूसरा सुबह 10:42 से लेकर दोपहर 06:10 का है और तीसरा शाम 04:41 से रात 09:10 तक विसर्जन का मुहूर्त है। इन तीनों मुहूर्तों में बप्पा की पूजा करना बेहद शुभ रहेगा। 

इस शुभ योग में भी कर सकते हैं विसर्जन 

28 सितंबर को सूर्योदय के बाद गणपति विसर्जन शुरु हो जाएगा। इस दिन भक्त खुशी-खुशी बप्पा को विदाई देते हैं और अगले साल पूरे उल्लास के साथ आने की प्रार्थना करते हैं। इस बार गणेश विसर्जन रवि योग में होगा। रवि योग सुबह 06:12 पर शुरु हो रहा है और देर रात 01:48 पर खत्म होगा। यह योग बहुत ही प्रभावीशाली माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस योग में पूजा करने से शुभ फल मिलता है और सारे संकट दूर होते हैं। इसके अलावा जीवन में सुख-समृद्धि भी आती है। 

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palak