गणेश चतुर्थी 2025: इस दिन देख लिया चांद तो माथे पर लगेगा कलंक, भूल हो जाए तो ये उपाय करें
punjabkesari.in Thursday, Aug 21, 2025 - 07:41 PM (IST)

नारी डेस्क: गणेश चतुर्थी 2025 में 27 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में बड़े धूमधाम से पूजा-पाठ और उत्सव मनाया जाता है। 10 दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव की शुरुआत इसी दिन से होती है। लेकिन इस शुभ दिन पर एक विशेष बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं इसके पीछे की कथा, इसके दुष्प्रभाव और इससे बचने के उपाय के बारे में सरल भाषा में।
गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन क्यों वर्जित है?
इस दिन चंद्रमा को देखने से बचने की परंपरा के पीछे एक पौराणिक कथा जुड़ी है एक बार भगवान गणेश अपने वाहन मूषक (चूहा) पर सवार होकर रात को कहीं जा रहे थे। रास्ते में मूषक को एक सांप दिख गया, जिससे वह डरकर उछल पड़ा और गणेश जी गिर पड़े। यह दृश्य चंद्रमा ने देखा और वे हँसने लगे। इस पर भगवान गणेश को बहुत क्रोध आया और उन्होंने चंद्रमा को श्राप दे दिया “तुम घमंडी हो, इसलिए अब से कोई तुम्हारा सम्मान नहीं करेगा और तुम काले पड़ जाओगे। तुम्हारी रोशनी भी चली जाएगी।” बाद में जब देवताओं और स्वयं चंद्रमा ने गणेश जी से माफी मांगी, तो उन्होंने श्राप को थोड़ा शिथिल किया। उन्होंने कहा “तुम महीने भर में एक बार पूर्ण रूप से प्रकाशित हो पाओगे (पूर्णिमा), लेकिन हर साल भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी, यानी गणेश चतुर्थी के दिन अगर कोई तुम्हारा दर्शन करेगा तो उस पर झूठा आरोप लगेगा। उसका समाज में नाम खराब हो सकता है।” इस वजह से गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन करना वर्जित माना जाता है।
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चंद्र दर्शन से क्या दोष लगता है?
अगर कोई व्यक्ति इस दिन चंद्रमा को देख लेता है तो उस पर "कलंक दोष" लग सकता है। इसका अर्थ है उस व्यक्ति पर झूठा आरोप लग सकता है। उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच सकता है। समाज में उसकी छवि खराब हो सकती है। अगर गलती से चंद्रमा दिख जाए तो क्या करें? अगर भूल से गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा दिख जाए, तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसका एक प्राचीन और प्रभावी उपाय है।आपको नीचे दिए गए मंत्र का 28, 51 या 108 बार जाप करना चाहिए
"सिंहः प्रसेनमवधीत्सिंहो जाम्बवता हतः।
सुकुमार मरोदीस्तव ह्येष स्यमन्तकः॥"
यह मंत्र सुनने में जरा कठिन लग सकता है, लेकिन यह "स्यमंतक मणि" की कथा से जुड़ा है, जिससे झूठे कलंक से बचाव होता है।
चंद्र दर्शन से कैसे बचें?
गणेश चतुर्थी के दिन सूर्यास्त के बाद चंद्रमा न देखें। यदि संभव हो तो रात में आसमान की ओर देखने से परहेज़ करें। पंचांग देखकर चंद्र दर्शन का समय जान लें और उस समय सावधानी रखें। गणेश चतुर्थी एक पावन पर्व है, जो भगवान गणेश के जन्म की खुशी में मनाया जाता है। लेकिन इस दिन चंद्र दर्शन से बचने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। यह न सिर्फ धार्मिक आस्था से जुड़ा है, बल्कि इसके पीछे एक गहरी पौराणिक कथा भी है।
अगर आपसे भूल से चंद्र दर्शन हो जाए, तो घबराने की बजाय बताये गए मंत्र का जाप करें और भगवान गणेश से क्षमा याचना करें।