कनाडा में पढ़ रहे Indian Students का भविष्य संकट में ! सता रहा स्टूडेंट्स वीजा कैंसिल होने का डर

punjabkesari.in Thursday, Sep 21, 2023 - 06:29 PM (IST)

भारत और कनाडा के रिश्तों में पिछले कुछ समय से दरार आई है। खालिस्तान का स्मर्थन करने वाले आंतकियों को पनाह देने वाले कनाडा के पीएम जस्टिन टूडो के एक बेतुके बयान से दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ चुके हैं। दरअसल इसी साल 18 जून को खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा के सर्रे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद 18 सितंबर को पीएम टूडो  ने आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार के हाथ होने की बात कह दी।

उन्होंने दावा किया कि कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या हरदीप सिंह की हत्या के पीछे भारतीय एजेंसियों का हाथ है।  एक तरफ जहां मोदी सरकार लगातार आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करती आई है, वहीं कनाडा के पीएम कई बार खुलेआम खालिस्तानी आतंकियों के समर्थन में खड़े दिखे। पिछले तीन दिन यानी 72 घंटों के बीच कई ऐसी घटनाएं घटी, जिसकी वजह से दोनों देशों के रिश्तों के बीच फासला और भी बढ़ गया। कनाडा ने जहां भारतीय दूतावास को निष्कासित कर दिया है, वहीं  इसके बाद जवाबी कार्रवाई में भारत ने भी कनाडा दूतावास के एक अधिकारी को निष्कासित कर दिया। बिगड़ते हालातों को देखते हुए भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए भारतीय छात्रों और नागरिकों को सवाधान रहने के लिए कहा है। बता दें हर साल लाखों की तादाद में भारतीय छात्र कनाडा पढ़ाई करने जाते हैं। भारतीय छात्रों की पहली पसंद कनाडा ही है पर आप वहां के बिगड़ते हालातों के बाद से भारतीय छात्र चिंतित हैं...

ऐसे में सवाल उठते हैं कि संबंध बिगड़ने से कनाडा में पढ़ाई कर रहे छात्रों पर कितना असर पड़ेगा। बता दें कि वर्तमान में, कनाडा में प्रवास करने वाली अंतर्राष्ट्रीय छात्र आबादी का 40 प्रतिशत से ज्यादा भारत से हैं। पिछले साल 2022 में छात्रों को जारी किए गए 5,49,570 स्टडी परमिट में से 2,26,000 भारतीयों को दिए गए थे। हालांकि भारत और कनाडा के रिश्तों में आई खटास के कारण भारतीय छात्र तनाव में हैं। उन्हें डर है कि कनाडा में खालिस्तान समर्थकों द्वारा उन्हें निशाना बनाया जा सकता है।

अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर लगाम लगा सकती है कनाडा सरकार

इसके साथ ही कनाडा सरकार अंतराराष्ट्रीय छात्रों पर लगाम लगा सकती है। सका सबसे ज्यादा असर भारतीय छात्रों पर देखने को मिल सकता है। स्टडी वीजा में कनाडा में रहने वाले भारतीय छात्रों की 2022 तक 2,26,000 हो गई है। इमिग्रेशन, रिफ्यूजी ऐंड सिटिजनशिप कनाडा (आईआरसीसी) के आंकड़ों के अनुसार कनाडा में स्थायी निवासी बनने वाले भारतीयों की संख्या 2013 के 32,828 से बढ़कर करीब 260 फीसदी बढ़कर 2022 में 1,18,095 हो गई।
 

Content Editor

Charanjeet Kaur