बरसाती मौसम में फंगल इंफैक्शन से बचाएंगे ये देसी नुस्खे

punjabkesari.in Tuesday, Jul 16, 2019 - 05:25 PM (IST)

मानसून भीषण गर्मी से तो राहत दिलाता है लेकिन बारिश का यह मौसम अपने साथ कई समस्याएं भी लेकर आता है। मानसून के मौसम में त्वचा संबंधी रोग, संक्रमण और जलन आदि का खतरा 10 गुना बढ़ जाता है, इन्हीं में से एक है फंगल इंफेक्शन। इसके कारण त्वचा की ऊपरी सतह में पपड़ी, पैरों में खुजली, नाखूनों का पीला और मोटा होना, त्वचा पर लाल चकत्ते बनना और त्वचा में खुजली, रैशेज होना जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि मानसून में यह समस्या अधिक क्यों होती है और इससे कैसे बचा जाए।

 

मानसून में ही क्यों अधिक होता है खतरा?

दरअसल, मानसून में फंगल पैदा करने वाली जीवाणु तेजी से फैलते हैं और इस दौरान वातावरण में नमी का स्तर भी बढ़ जाता है, जो शरीर में तेल की मात्रा को बढ़ाती है। यही कारण है कि इस दौरान इंफैक्शन का खतरा अधिक होता है।

स्किन की अनदेखी से होता है इंफैक्‍शन

अक्सर लोग हल्की-हल्की बारिश में भीगने के बाद बॉडी यूं ही छोड़ देते हैं लेकिन आपकी यह लापरवाही फंगल इंफैक्शन का कारण बन सकती है। इसके अलावा इस दौरान कपड़ों में रहने वाली नमी भी इस संक्रमण का बड़ा कारण है इसलिए कपड़े हमेशा अच्छी तरह सुखाकर ही पहनें।

बरतें ये सावधानियां

-सबसे पहले आप कॉटन के कपड़ों को प्राथमिकता दें। साथ ही ध्यान रखें कि आपके कपड़े बहुत अधिक टाइट फिटिंग वाले ना हो।
-मानसून के दौरान त्वचा की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। अगर आप बारिश में भीग जाए तो तुरंत आकर बॉडी को सुखा लें।
-इस दौरान तले-मसालेदार और फास्ट फूड्स से दूर रहें क्योंकि इससे इंफैक्शन का खतरा अधिक होता है।
-परफयूम्ड साबुन आदि का इस्तेमाल करने से बचें। यह भी फंगल इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं।
-इंफैक्शन से बचने के लिए इस दौरान एंटी-बैक्टीरियल साबुन और हर्बल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें।
-बारिश के मौसम में नहाना एक दिन भी स्किप न करें। इस मौसम में आप बाहर तरह−तरह के पानी के संपर्क में आते हैं, इसलिए रोज नहाना बेहद जरूरी है।
-दिनभर में कम से कम 8-9 गिलास पानी पिएं, ताकि शरीर से विषैले टॉक्सिंस बाहर निकल जाएं।

स्किन का प्रोटेक्शन

बारिश के मौसम में भले ही आपको आसमान में बादल नजर आते हों, लेकिन इस मौसम में भी सूरज की किरणें आपकी स्किन को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए हानिकारक यूवी किरणों से बचाव के लिए एक अच्छी क्वालिटी के सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना न भूलें।

अगर आपको फंगल इंफैक्शन की समस्या हो गई हैं तो आप नीचे दिए घरेलू टिप्स को अपनाकर इस परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं।

एलोवेरा जैल

एलोवेरा जैल से फंगल इंफैक्शन वाले एरिया पर मसाज करें और फिर 30 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद इसे गुनगुने पानी से साफ कर लें। दिन में कम से कम 2 बार ऐसा करने से इंफैक्शन की समस्या दूर हो जाएगी।

टी ट्री ऑयल

एंटीसेप्टिक व एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर टी-ट्री ऑयल का यूज भी इस समस्या से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके लिए आप इसमें बादाम तेल मिक्स करके इंफैक्शन वाली जगह पर लगाएं। रोजाना ऐसा करने से आपको राहत मिलेगी।

नीम की पत्तियां

नीम में निन्बिडोल और गेडूनिन गुण होते हैं जो एंटी-फंगल होते हैं और फंगल को खत्म करने में हेल्‍प करते हैं। इसके लिए नीम की पत्तियों को पीसकर प्रभावित एरिया पर लगाएं और 30 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर गुनगुने पानी से इसे साफ कर लें।

लहसुन

एंटीबैक्टीरियल और एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर लहसुन का पेस्ट बना लें। फिर इसमें कुछ बूंदें ऑलिव ऑयल की मिलाकर इंफैक्टिड एरिया पर लगाएं। आधे घंटे बाद इसे गुनगुने पानी से साफ कर लें। दिनभर में कम से कम 2 बार ऐसा करें। इससे आपकी परेशानी दूर हो जाएगी।

दही

दही हानिकारक बैक्टीरिया को मारकर इंफैक्शन की समस्या क दूर करती है। इसे इंफैक्शन वाली जगह पर लगाएं और कुछ देर बाद इसे धो लें। ध्यान रहे, इंफैक्शन वाली जगह को कभी भी हाथों से न छुएं, नहीं तो इससे आपकी समस्या बढ़ जाएगी।

Content Writer

Anjali Rajput