Pregnancy Tips: पहले महीने से ही डाइट में लेनी शुरू कर दें ये चीजें

punjabkesari.in Tuesday, Nov 03, 2020 - 02:45 PM (IST)

गर्भावस्था के पहले महीने के दौरान भ्रूण को मुख्य रुप से आयरन, विटामिन और कैल्शियम की आवश्यकता होती है, क्योंकि प्रेगनेंसी के पहले महीने में बच्चे का हृदय, पाचन तंत्र और तंत्रिका नलियों का विकास होना शुरु हो जाता है। यह नलियां आगे चलकर बच्चे की रीढ़ की हड्डी, नसों और मस्तिष्क के विकास में सहायक होती हैं इसलिए पहले महीने मां को अधिक से अधिक पोषण युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए। 

अधिक से अधिक सब्जियों का सेवन

सब्जियां फोलिक एसिड और विटामिन-बी का मुख्य स्त्रोत होती हैं। बीटर गार्ड, ब्रोकोली, बीन्स, फूलगोभी की सब्जियों में फोलेट्स पाएं जाते हैं। आप चाहें तो हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे कि पुदीना, मेथी के पत्ते, मूली के पत्ते, पालक, और ड्रमस्टिक का भी सेवन कर सकती हैं। इनमें फोलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है। 

फलों को करें डाइट में ऐड

खट्टे फल, केला, अनार, अमरूद और जामुन विटामिन और फोलेट से भरपूर होते हैं। एवोकाडोस, कस्तूरीमेलन, और सेब में खनिज और एंटी-ऑक्सीडेंट पाएं जाते हैं। फल फाइबर और पानी से भरपूर होते हैं जो हमें कब्ज से बचा कर रखते हैं। इसलिए हर दिन कम से कम दो फल अवश्य खाएं। खुमानी और सूखे अंगूर जैसे सूखे फल भी लोहे का एक समृद्ध स्रोत हैं। खट्टे फलों में विटामिन सी होता है जो मां के लिए प्रतिरक्षा के लिए अच्छा होता है और भ्रूण द्वारा आयरन को अवशोषित करने में मदद करता है।

दालें और साबुत अनाज

साबुत अनाज जैसे कि राजमां, काले चने या सोयाबीन में आयरन पाया जाता है। जो बच्चे के मस्तिष्क के विकास के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह मस्तिष्क के विकास और भ्रूण में रक्त परिसंचरण में सहायता करता है।साबुत अनाज में फाइबर और पोषक तत्व जैसे मैग्नीशियम और सेलेनियम पाया जाता है। सोयाबीन में विटामिन बी उपयुक्त मात्रा में होता है जो बच्चे और मां दोनों के लिए फायदेमंद है।

सूखे मेवे और फल-सब्जियों के बीज

अखरोट, हेज़लनट, बादाम जैसे नट्स फ्लेवोनोइड और स्वस्थ वसा के स्रोत हैं जो माँ को ताकत देते हैं और विटामिन बी से समृद्ध होते हैं जो भ्रूण के लिए आवश्यक होते हैं। जिन महिलाओं को पहले महीने ही उल्टी जैसा मन होता है उनके लिए खीरे के बीज और कद्दू के बीज काफी फायदेमंद होते हैं।

डेयरी उत्पाद

दूध में कैल्शियम, खनिज और फोलिक एसिड होता है। रोजाना एक गिलास दूध पीने से बच्चे और मां दोनों की हड्डियां स्ट्रांग बनती हैं। आप चाहें तो दहीं और पनीर का भी सेवन कर सकती हैं, लेकिन दूध सबसे बेस्ट ऑपश्न रहेगी। दिन में 2 गिलास दूध पीना मां के लिए अतिआवश्यक है। 

Content Writer

Anjali Rajput