लिवर को तंदरुस्त रखने के लिए अपनाएं ये आयुर्वेद टिप्स

punjabkesari.in Sunday, Feb 09, 2020 - 02:50 PM (IST)

आज के समय में पेट से जुड़ी समस्या लोगों में आम देखने को मिल रही है जो आगे चलकर लिवर खराब होने का कारण बनती है। यह समस्या ज्यादातर महिलाओं को होती है। इसका मुख्य कारण ठीक और सही समय पर भोजन न करना है। इसके साथ ही कई और परेशानियां जैसे कि फैटी लिवर, सूजन और लिवर में इंफेक्‍शन आदि के होने के चांचिस बढ़ते है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे आयुर्वेदिक टिप्स बताते है जिसे फॉलो कर आप इस परेशानी से राहत पा सकते है। तो चलिए सबसे पहले जानते है लिवर खराब होने के लक्षणों के बारे में...

लिवर में खराबी के लक्षण

- मुंह से बदबू आना
- आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स होना
- पेट में दर्द रहना 
- अपच की समस्या
- स्किन पर सफेद दाग-धब्बे पड़ना
- यूरीन का गहरा रंग

आयुर्वेदिक टिप्स

हल्दी वाला दूध

रोजाना रात को सोने से पहले दूध में हल्दी मिला कर सेवन करें। हल्दी में कई पोषक तत्व और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होने से यह इम्यून सिस्टम स्ट्रांग कर शरीर में वायरस को कम करने में मदद करती है। 

एप्‍पल साइडर सिरका और शहद 

1 गिलास पानी में 1-1 टेबलस्पून एप्‍पल साइडर सिरका और शहद मिक्स कर पीने से लिवर को हैल्दी रहने में मदद मिलती है। इसके सेवन से शरीर में मौजूद टॉक्सिन को बाहर निकलने में मदद मिलती है। साथ ही इसका सेवन खाना खाने से पहले करने से शरीर में जमा एक्सट्रा चर्बी कम होती है। आप इस पानी को 1 दिन में 2 से 3 बार पी सकते है। 

आंवला

विटामिन सी से भरपूर आंवला लिवर को स्वस्थ रखने का काम करता है। ऐसे में रोजाना 4-5 कच्चे आंवले या उसका रस निकाल कर जरूर पीएं। 

पपीता

पपीते का सेवन करने से पेट संबंधित बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए औषधीय स्वरूप काम करता है। यह “लिवर सिरोसिस” की समस्या को कम करने में फायदेमंद होता है। इस समस्या से बचने के लिए आप नियमित रूप से 2 टेबलस्पून पपीते का रस निकाल कर उसमें 1/2 टेबलस्पून नींबू का जूस मिक्स कर सेवन कर सकते है। 

फल और हरी सब्जियां

अच्छी सेहत के लिए डाइट में हरी सब्जियां और फलों को जरूर शामिल करना चाहिए। ये लिवर को हैल्दी रखने में मदद करते है। साथ ही ये खाने को जल्दी से पचाने के साथ शरीर में मौजूद टॉक्सिन को बाहर निकालने का काम करती है। 

मुलेठी

लिवर में सूजन, इंफेक्शन, हेपेटाइटिस और कैंसर को होने से रोकता है। इसमें पाए जाने औषधीय गुण लिवर को स्ट्रांग बनाए रखने में मदद करते है। लिवर की बीमारियों में मुलेठी की जड़ का पाउडर तैयार कर इसे थोड़ी देर उबलते पानी में  रखना चाहिए। बाद में ठंडा होने पर इस पानी को साफ कपड़े या छननी की मदद से छान कर इसकी बनी चाय रुपी पानी को पीने से आराम मिलता है। आप इसे रोजाना 1 से 2 बार पी सकते है। 

योगा

लिवर की हैल्दी और तंदरुस्त रखने के लिए योगा करना भी बेहतर ऑप्शन है। इसके लिए सुबह ताजी हवा में अनुलोम विलोम प्राणायाम, भस्त्रिका प्राणायाम करना चाहिए। 

Content Writer

Sunita Rajput