पद्मश्री से सम्मानित एशिया की पहली महिला तैराक थीं आरती

punjabkesari.in Monday, Sep 24, 2018 - 02:39 PM (IST)

भारत की महिलाएं शुरू से ही दुनिया भर में अपनी काबलियत का लोहा मनवाती आई हैं। ऐसे बहुत रिकॉर्ड हैं जो देश की बेटीयों ने अपने नाम किए हैं, इन्हीं में से एक है आरती साहा। जिन्होंने 29 सितंबर 1959 में इंग्लिश पार करके पहली एशियाई महिला ने तौर पर अपना नाम दर्ज करवाया था। 

 

जानें उनके बारे में कुछ खास बातें 

1. 24 सितंबर 1940 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरती साहा का जन्म हुआ था। उनका पूरा नाम आरती साहा गुप्ता था। 

2. आरती साहा को हिंदुस्तानी जलपरी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होने महज 4 साल की उम्र से तैराकी करनी शुरू कर दी थी। 

3. आरती ने 6 साल की उम्र के स्टेट करियर में 22 इनाम जीते। 

4. उन्होने फ्रांस नेप ग्रिस नेज और इंग्लैंड के सैंडगेट के बीच 69 किलोमीटर के फासले को सिर्फ 16 घंटे और 20 मिनट में तय किया था। 

5. 1960 को आरती को उनके काम की वजह से पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 

6. साल 1988 में उनके जीवन पर महिलाओं को प्रेरित करने के लिए डाक टिकट जारी की गई थी। 

7. 23 अगस्त 1994 में आरती साहा की मृत्यु हो गई। 



 

Content Writer

Priya verma