सुंदरवन की पहली महिला टूरिस्ट गाइड, जो करवाएंगी Royal Tigers से रूबरू

punjabkesari.in Wednesday, Sep 22, 2021 - 05:10 PM (IST)

अगर एक महिला पायलट बन सकती है? ट्रेन चला सकती है तो मैं सुंदरबन में पर्यटक गाइड क्यों नहीं बन सकती? यह शब्द हैं सुदंरबन द्वीप में रहने वाली भास्वती कामिला सरकार की , जो उस गांव की पहली महिला टूरिस्ट गाइड भी हैं। दरअसल, राज्य सरकार के ऐलान के मुताबिक इस साल 1 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए सुंदरवन खुल जाएगा। ऐसे में जब भास्वती ने चुना की वन विभाग में टूरिस्ट गाइड की जरूरत है तो उसमें नाम इस काम के लिए दे दिया। उसके साथ चारों ओर महिलाओं को भी टूरिस्ट गाइड का काम सौंपा गया है।

सुंदरवन की पहली महिला टूरिस्ट गाइड

34 वर्षीय भास्वती कामिला सरकार सुंदरबन टाइगर रिजर्व के सामने स्थित सुंदरबन-द्वीप, सुदूर गांव में जन्मी और पली-बढ़ी हैं। वह बचपन से ही रॉयल बंगाल टाइगर्स, विशाल मुहाना के मगरमच्छ, मानव-पशु संघर्ष, अभेद्य मैंग्रोव, दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा और अम्फान और यास जैसे विनाशकारी चक्रवात जैसी चीजें देखती हैं रही हैं।

यह मुझे आत्मनिर्भर बनाएगाः भास्वती कामिला

उनका कहना है कि पर्यटक अक्सर मेरे गांव आते हैं और मुझे उनसे बातचीत करने का मौका मिलता है। ऐसे में जब मैंने सुना कि वन विभाग महिला गाइड की तलाश कर रहा है तो मैंने उस काम को करने का फैसला किया। यह मुझे आत्मनिर्भर भी बनाएगा और मैं अपने परिवार के लिए कुछ कमा सकता हूं

गांव के नर्सरी स्कूल में कर चुकी हैं काम

भास्वती इससे पहले एक गांव नर्सरी स्कूल और स्वयं सहायता समूह में प्रशिक्षक के रूप में काम कर चुकी हैं। हालांकि यह पहला मौका है जब टाइगर रिजर्व में प्रवेश करने वाली नावों पर टूरिस्ट गाइड के साथ महिला गाइड को बिठाया जाएगा।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के दक्षिणी सिरे पर स्थित सुंदरबन लगभग 100 बाघों का घर है। अन्य जानवरों के बीच बाघों और मगरमच्छों को देखने के लिए लगभग 10 लाख पर्यटक डेल्टा का दौरा करते हैं, जिसे केवल नावों पर ही पहुंचा जा सकता है।

Content Writer

Anjali Rajput