कुछ घंटे में लगने जा रहा है साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानिए भारत में कितना होगा असर

punjabkesari.in Friday, May 05, 2023 - 01:34 PM (IST)

सूर्य ग्रहण के बाद साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण बुद्ध पूर्णिमा पर लगेगा। वैज्ञानिक दृष्टि की मानें तो चंद्र ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच में आती है। वहीं पुराणों के अनुसार, जब राहु चंद्रमा को प्रभावित करते हैं उस समय चंद्र ग्रहण का संयोग बनता है। सूर्य और चंद्र ग्रहण से पहले सूतक काल भी लग जाता है। चंद्र ग्रहण से पहले सूतक काल लगता है। चंद्र ग्रहण से पहले लगने वाले सूतक की अवधि को अशुभ माना जाता है। तो चलिए आपको बताते हैं इस बार चंद्र ग्रहण कब लगने वाला हैं...

कब लगेगा चंद्र ग्रहण? 

साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई शुक्रवार के दिन रात 08:44 पर शुरु होगा और देर रात 1.02 बजे खत्म होगा। इसी दिन वैशाख महीने की पूर्णिमा भी है। वैशाख पूर्णिमा का बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं। वहीं चंद्र ग्रहण के परग्रास का समय रात 10:53 पर होगा। चंद्र ग्रहण में सूतक काल का समय 9 घंटे पहले समय शुरु हो जाता है। यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा ऐसे में यहां पर सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। 

यहां पर होगा चंद्र ग्रहण 

यह चंद्रग्रहण उपछाया होगा यानी की पृथ्वी की छाया सिर्फ एक ही ओर होगी ऐसे में यह ग्रहण हर जगह नहीं दिखेगा। साल का पहला चंद्रग्रहण यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अंटार्कटिका, प्रशांत अटलांटिक और हिंद महासागर में दिखेगा। 

ये होगा साल का पहला उपछाया चंद्र ग्रहण 

जिस समय चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया न पड़कर सिर्फ उपछाया पड़ती है तो इसे उपछाया चंद्रग्रहण कहते हैं। ग्रहण लगने से पहले चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया में प्रवेश करता है जिसको चंद्र मालिन्य भी कहते हैं। इसके बाद चांद पृथ्वी की वास्तविक छाया भूभाग में प्रवेश करता है परंतु कई बार चंद्रमा उपछाया में प्रवेश करके उपछाया शंकु से ही बाहर निकल आता है। ऐसे में उपछाया के समय चंद्रमा की रोशनी में हल्का धुंधलापन भी होता है जिसके कारण चंद्रमा का रंग थोड़ा सा मटमैला हो जाता है। इसे ही उपछाया चंद्रग्रहण कहते हैं। 

इस चीज का रखें खास ध्यान 

हिंदू मान्यताओं की मानें तो चंद्र ग्रहण के समय खाना बनाने और खाना दोनों ही चीजों पर मनाही होती है। इसके अलावा चंद्रग्रहण में पूजा अर्चना भी नहीं करनी चाहिए। यदि आपके घर में मंदिर बना हुआ है तो मंदिर का गेट बंद करके रखें या फिर उस पर पर्दा लगा दें। इसके अलावा ग्रहण के समय सोना भी नहीं चाहिए। इस दौरान ज्यादा से ज्यादा मंत्रों का जाप करें। इसके अलावा ग्रहण में पेड़-पौधे भी न छुएं। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए ।


 

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palak