फर्टिलिटी की परेशानी बन सकती है किडनी इंफैक्शन, जानिए कारण और इलाज

punjabkesari.in Sunday, Jan 06, 2019 - 02:24 PM (IST)

शादी के बाद हर औरत पर परिवार का ध्यान रखने के साथ-साथ बच्चा पैदा करने की जिम्मेदारी भी होती है।  कई बार दूसरों का ख्याल रखते हुए वह खुद की तरफ ध्यान ही नहीं दे पाती नतीजा शरीर कई तरह की कमजोरियों का शिकार होने लगता है। जिसकी वजह से कुछ औरतें बांझपन का शिकार हो जाती हैं।  हाल ही में हुई स्टडी में इसका एक और खास  कारण किडनी से जुड़ी बीमारियों को भी बताया गया है क्योंकि महिलाओं में क्रोनिक किडनी डिसीज (CKD) विकसित होने की आशंका पुरुषों से 5 फीसदी ज्यादा होती है जो बांझपन और प्रेग्नेंसी में रिस्क फैक्टर पैदा कर सकती है। 

प्रजनन क्षमता हो सकती है कम 

जिन औरतों में सीकेडी (किडनी की बीमारी) स्तर एंडवास तक पहुंत जाता है उनमें प्रजनन क्षमता कम होने लगती है। मां और बच्चे दोनों के लिए यह स्थिति गंभीर हो सकती है। ऐसी महिलाओं में हाइपर टेंसिव डिसआर्डर्स और समयपूर्व प्रसव होने की आशंका काफी अधिक हो जाती है। 

किडनी रोग होने के कारण

किडनी रोग के कई कारण हो सकते हैं। इनको पहचान कर खुद का बचाव करना बहुत जरूरी है। जिस तरह इसके कारण अलग-अलग हैं, उसी तरह रोगियों में इसके लक्षण भी एक जैसे नहीं बल्कि अलग-अलग दिखाई देते हैं। जैसे भूख की कमी, बहुत ज्यादा या फिर बहुत कम पेशाब आना, पेशाब में रक्त आना, थकावट, कमजोरी, पेट में असहनीय दर्द, इंफैक्शन आदि। 

 

डायबिटीज

डायबिटीज रोग की शिकार महिलाओं को किडनी से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा ज्यादा होता है। इस स्थिति में डाइट का ख्याल रखना और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है। 

 

हाई ब्लड प्रेशर

जिन महिलाओं का ब्लड प्रेशर हमेशा हाई रहता है, उन्हें  भी किडनी संबंधी बीमारियां बहुत जल्दी घेरती हैं। ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने के लिए बैलेंस डाइट को फॉलो करना बहुत जरूरी है। 

शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना

जो लोग यूरिक एसिड बढ़ने से परेशान हैं उन्हें भी किडनी की इंफैक्शन होेने का खतरा ज्यादा होता है। इसे सामान्य करने के लिए सैर, योगा करने के साथ-साथ खान-पान का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। 

 

गंदा पानी पीना

स्वस्थ रहने के लिए साफ-सुथरा खाना खाने की बहुत ज्यादा जरूरत है।  जो लोग गंदे पानी या आहार का सेवन करते हैं उनको इस तरह के रोग होने की स्भावना ज्यादा होती है। हमेशा साफ-सुथरा आहार खाएं। 

 

पानी कम पीना

जो लोग बहुत कम पानी पीते हैं, उनके शरीर से विषैले पदार्थ आसानी से बाहर नहीं निकल पाते। जिस कारण वह इंफैक्शन होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। 

 

धूम्रपान

धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक है। कुछ महिलाएं इसकी आदी होती हैं लेकिन किडनी की बीमारियों के साथ-साथ इससे बांझपन का खतरा भी बढ़ जाता है। 

 

दवाइयों का अधिक सेवन

जो महिलाएं लगातार दवाइयों का सेवन करती हैं, उनके शरीर में भी कई तरह की कमजोरी आनी शुरू हो जाती है। जिसमें से किडनी इंफैक्शन और बांझपन मुख्य है। 

उपचार है जरूरी

किडनी शरीर का बहुत महत्वपूर्ण अंग है। इस अंग में इंफैक्शन होने पर देरी न करते हुए डॉक्टरी जांच करवाएं ताकि जल्दी उपचार किया जा सके। सामान्य इंफैक्शन होने पर खान-पान में परहेज, लाइफस्टाइल में बदलाव, दवाइयों आदि द्वारा कीडनी की कार्यप्रणाली को दोबारा सही किया जा सकता है लेकिन इसके लिए समय रहते इलाज शुरू करवाना बहुत जरूरी है। 

 

किडनी इंफैक्शन के लिए घरेलू उपचार 

 

एप्पल साइडर विनेगर

रोजाना एक गिलास पानी में 1 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर डालकर सेवन करें। इसके एंटी  बैक्टीरियल गुण इंफैक्शन से बचाव करने में मददगार हैं।  

मुनक्का

रात को सोने से पहले मुनक्का के कुछ दानें भिगोकर इसका पानी सुबह खाली पेट पीएं। 

 

विटामिन सी युक्त फलों का करें सेवन

संतरे का जूस पीएं, इसके अलावा विटामिन सी युक्त फलों को अपनी डाइट में शामिल करें। 

Content Writer

Priya verma