बेटे की टूटी गर्दन तो चारपाई पर लेकर 800 KM के सफर पर निकला पिता

punjabkesari.in Tuesday, May 19, 2020 - 03:31 PM (IST)

लॉकडाउन के कारण सभी यातायात सेवाएं ठप पड़ी है जिससे अगर किसी को सबसे ज्यादा परेशानी आ रही है तो वे हैं प्रवासी मजदूरों को। कभी बेटी अपने बीमार पिता को 1000 KM के सफर पर लेकर निकल रही है तो किसी ने नंगे पांव इन सड़कों को पार किया। मजदूरों के लिए ये समय बहुत मुश्किलों भरा है।

रोज हम इन मजदूरों की वीडियोज या फोटोज देखते हैं जो हमारे दिल को बहुत दुख देते हैं। हाल ही में एक ऐसी ही तस्वीर सामने आई जहां एक पिता अपने बीमार बेटे को लेकर चारपाई पर ही 800 KM के सफर पर निकल पड़ा।


पिता ने बताया कि बीते 15 दिनों से वे पैदल ही चल रहे हैं और पैदल चलकर कानपुर पहुंचे जहां पुलिस ने उन्हें ट्रक में बिठा दिया जिसके बाद वो प्रयागराज तक पहुंचे। युवक ने बताया कि उसके बेटे की गर्दन टूटी हुई है और वो उसे लेकर 15 दिनों से लगातार पैदल चल रहा है ताकि वे अपने घर सिंगरौली पहुंच सके। इतना ही नहीं इस पूरे सफर में उन्हें कहीं भी भर पेट खाना तक नसीब नहीं हुआ।

युवक का सारा परिवार लुधियाना में काम करता है और यहां लॉकडाउन होने के कारण वे पैदल ही सफर पर निकल पड़े लेकिन सफर तब मुशिकल हो गया जब उनके बेटे की गर्दन पर चोट लग गई और वो गंभीर रूप से घायल हो गया।

पिता अपने बेटे को एक चारपाई पर लिटाकर रस्सी के सहारे अपने घर के लिए निकल गए। राजकुमार के साथ उसके गांव के 15 लोग और भी थे जो बारी- बारी से उनके बेटे को कंधे पर लेकर कई किलोमीटर तक पैदल चल रहे हैं।

Content Writer

Janvi Bithal