140 साल पुराना है यह महल, झूमर लगाने के लिए छत पर चढ़ाने पड़े थे 10 हाथी

punjabkesari.in Wednesday, Dec 06, 2017 - 03:04 PM (IST)

भारत में बहुत सी प्राचीन इमारतें है जो इतिहास के साथ जुड़ी हुई हैं। इनमें से बहुत से महल ऐसे हैं जो 100 सालों से भी ज्यादा पुराने हैं। हम बात कर रहे है माधवराव सिंधिया ग्वालियर में बने महल की। इसका नाम 'जयविलास' है और यह महल1874 में 1 करोड़ रुपए की कीमत में बनवाया गया था। इसकी खूबसूरती को देखने के लिए आज भी दुनिया भर से विदेशी टूरिस्ट आते हैं। हर ऐतिहासिक इमारत की तरह इस महल की भी बहुत-सी खूबियां हैं, जिसकी वजह से यह बहुत खास है। 

1.  श्रीमंत माधवराव सिंधिया ने इस महल का निर्माण करवाया था और यह महल 1240771 वर्ग फीट में फैला हुआ है। 

2. 1874 में 1 करोड की लागत से बने जयविलास महल की कीमत आज अरबो में है। 

3. माधवराव सिंधिया ने इंग्लैंड के शासक एडवर्ड-VII के स्वागत के लिए इसका निर्माण करवाया था। 

4. इस महल को विदेश कारीगरों की मदद से बनवाया गया था और फ्रांसीसी आर्किटेक्ट मिशेल फिलोस ने इसका डिजाइन तैयार किया था। 

5. महल की खास बात है कि यहा पर 3500 किलो वजन का झूमर लगा हुआ है, इसे छत पर लगाने के लिए 10 हाथियों को 7 दिनों तक महल छत पर चढ़ा कर रखा गया था। ताकि पता चल सके कि छत इतना वजन सह पाती है या नहीं। उसके बाद इस झूमर को छत पर लगाया गया। 

6. इसके छत की कारीगरी सोने,चांदी और रत्नों से की गई है। 

7. महल के डाइनिंग हाल में डाइनिंग-टेबल पर चांदी की ट्रेन के साथ मेहमानों को खाना परोसा जाता है। 

8. इस खूबसूरत महल में 400 कमरे हैं, जिसमें से 40 कमरे म्यूजियम के तौर पर रखे गए हैं। 

9. म्यूजियम में औरंगजेब और शाहजहां की तलवार भी देखने को मिलती है। इसके साथ ही इटली और फ्रांस की कलाकृतियां और जहाज भी यहां रखे गए हैं।

10. इस महल की ट्रस्टी ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया हैं। 


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