14 साल से कम उम्र के बच्चों को Physically Fit रखेंगी ये  Exercises

punjabkesari.in Thursday, Mar 07, 2024 - 12:34 PM (IST)

एक्सरसाइज सिर्फ बड़ों ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। नियमित एक्सरसाइज करने से बच्चों का विकास होता है और भविष्य में वह किसी भी तरह की बीमारी से दूर रहते हैं लेकिन पेरेंट्स यह समझ नहीं पाते कि कौन सी उम्र में बच्चों को कौन सी एक्सरसाइज करवानी चाहिए। 5 साल की उम्र से ज्यादा और 14 साल तक की उम्र के बच्चों के लिए नियमित एक्सरसाइज और खेलकूद करना जरुरी होता है क्योंकि इस दौरान उनका शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से होता है। वैसे तो 14 साल की उम्र के बाद भी बच्चे एक्सरसाइज कर सकते हैं लेकिन 14 साल की उम्र से कम उम्र वाले बच्चों के लिए एक्सरसाइज जरुरी मानी जाती है। तो चलिए आपको बताते हैं  इस उम्र में आप बच्चों को कौन सी एक्सरसाइज आप करवा सकते हैं। 

पुल अप्स 

पुल अप्स बच्चों के लिए अच्छी एक्सरसाइज साबित हो सकती है। इससे बच्चों का शारीरिक विकास होता है और उनकी मांसपेशियां स्ट्रेच होती हैं। इसके अलावा यह एक्सरसाइज बच्चों की हाइट बढ़ाने में भी मदद करती है। रोजाना 20-30 पुल अप्स करने से बच्चों की हाइट तेजी के साथ बढ़ती है। 

बियर क्रॉल 

यह एक्सरसाइज बच्चों के लिए फुल बॉडी वर्कआउट के तौर पर मानी जाती है। हाथों और पैरों को नीचे रखकर जानवर की तरह चलने को ही बियर क्रॉल एक्सरसाइज कहा जाता है। हाथों और पैरों की ताकत बढ़ाने और शरीर को लचीला बनाए रखने के लिए यह एक्सरसाइज बेहद फायदेमंद मानी जाती है। 

रनिंग 

बच्चों के लिए रनिंग बहुत लाभकारी एक्सरसाइज होती है। यह एक ऐसी आसान एक्सरसाइज है जो बच्चे किसी भी उम्र में कर सकते हैं। शुरुआत से बच्चों को रनिंग की आदत डालने से उनका शारीरिक विकास होता है। दौड़ते समय आप बच्चों को गाइड भी कर सकते हैं। दौड़ने से बच्चों के शरीर की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं और उनके शारीरिक विकास में मदद मिलती है। 

जंपिंग जैक्स 

जंपिंग जैक्स एक्सरसाइज बच्चों के लिए एक फन एक्सरसाइज मानी जाती है। यह बच्चों का स्टैमिना बढ़ाने और उनकी हड्डियां मजबूत करने में मदद करती हैं लेकिन यह एक्सरसाइज बच्चों को करवाते समय थोड़ा ध्यान रखें। 

एरोबिक्स 

शोध की मानें तो बच्चों में मोटापा होने की संभावना ज्यादा रहती हैं ऐसे में आप उन्हें एरोबिक्स जरुर करवाएं। इससे बच्चों में डायबिटीज और हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है। एरोबिक्स एक्सरसाइज से दिल मजबूत होता है, कोशिकाओं को ऑक्सीजन सर्कुलेट करने में मदद मिलती है। यदि बच्चे को एरोबिक्स एक्सरसाइज पसंद नहीं तो आप उन्हें स्वीमिंग, जोगिंग, साइकिलिंग या रनिंग भी करवा सकते हैं। 


 

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palak