नई साेच को सलाम :  नाच- गाकर गुजारा करने वाली किन्नरों ने खोला खुद का  रेस्टोरेंट

punjabkesari.in Monday, Sep 20, 2021 - 09:54 AM (IST)

कोराना नाम की महामारी पूरी दुनिया को ऐसा जख्म दे गई, जिससे उभर पाना बेहद मुश्किल है। कोरोना काल में लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पडा।  शादी-विवाह जैसे कार्यक्रमों में नाच-गाकर अपना घर चलाने वाले ट्रांसजेंडर समुदाय भी इस संकट से अछूता नहीं रहा, उनके सामने भी रोजी-रोटी का संकट आ खडा हो गया है। 

अब कुछ किन्नरों ने इस संकट से उभर पर कुछ ऐसा किया, जिसकी चारों तरफ तारीफ हो रही है। दरअसल तमिलनाडु में मदुरै के 15 ट्रांसजेंडर ने मिलकर अपना एक  रेस्टोरेंट खोल दिया  है। लेकिन यह राह भी उनके लिए आसान नहीं थी। चार महीने भटकने के बाद उन्हे रेस्टोरेंट के लिए जगह मिल पाई। 

मदुरै के गवर्नमेंट राजाजी हॉस्पिटल के पास 'मदुरै ट्रांस किचन' नाम के रेस्टोरेंट को  15 ट्रांसजेंडर मिलकर चला रही हैं। उन्होंने बताया कि शहर में कोई भी इन्हें अपनी दुकान देने को तैयार नहीं था। चार महीनों तक के बाद अरुण कुमार मेनन नाम के शख्स ने अपनी दुकान उन्हे  किराए पर दी।

 टीम की प्रमुख रुबिका ने बताया कि हमने शुरू से क्वालिटी पर ध्यान दिया है। सभी लोग मिल कर काम करते हैं। उन्होंने बताया कि  कोरोना के बाद अन्य व्यवसायों की तरह उन पर भी संकट आ पड़ा तो सब ने कुछ नया करने का फैसला किया। इस रेस्टोरेंट के संचालन से लेकर प्रबंधन, किचन और वेटर तक का काम इसी टीम के जिम्मे है। 

रुबिका ने बताया कि  जिला कलक्टर से लेकर कई संगठनों ने रेस्टोरेंट खोलने में उनकी मदद की।   जिला कलक्टर ने खुद इसका उद्घाटन किया। वहीं इससे पहले   गुजरात में सूरत की किन्नर राजवी जान भी नाच-गाने से दूर लोगों के लिए मिसाल बनी हैं। 
 

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vasudha