मानसून से जुड़े ये मिथ नहीं करने देंगे आपको एंज्वॉय

punjabkesari.in Thursday, Jul 05, 2018 - 06:54 PM (IST)

मस्ती के मौसम की बात करें तो हर किसी के दिमाग में मानसून का नाम आता है। इस मौसम में गर्मी से राहत तो मिलती ही है, साथ ही मन खुश हो जाता है। बच्चे हो या फिर बड़े हर किसी का मन करता है कि वह बारिश की फुहार में मस्ती करे। वहीं, मानसून से जुड़े कुछ मिथ इसे एंज्वॉय करने से रोकते हैं। आइए जानें कुछ ऐसी बातें जो इस खुशनुमा मौसम में आपके लिए बाधा बन रहे हैं। 

 

1. नहीं खाने चाहिए फल
मानसून को लेकर लोगों के मन में यह धारणा होती है कि इस समय फल नहीं खाना चाहिए। इंफैक्शन को फैलाने के लिए यह जिम्मेदार होते हैं लेकिन यह एक मिथ है कि फल खाने से संक्रमण फैलता है। फल प्राकृति का आहार है, इनको खाने के लिए पहले यह निश्चित कर लेना जरूरी है कि फल पहले से काट कर न रखे गए हो। हमेशा ताजे फल खरीद कर ही खाएं। इससे प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। 


2. बरसात में नहीं खाना चाहिए दही
इस मौसम में पाचन शक्ति पर बहुत असर पड़ता है। पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के लिए लोग अम्लीय पदार्थ को अपने आहार में शामिल करने से बचते हैं। इसी में वह दही को भी शामिल कर लेते हैं, जबकि दही पेट के लिए बैस्ट फूड है। इससे पाचन शक्ति मजबूत हो जाती है। वहीं, अगर दही बासी है तो इसे अवॉइड करना बेहतर है। 


3. बारिश के पानी से बचाव
बढ़ते प्रदूषण और बाहरी गंदगी के कारण लोग बारिश की पानी में जाना पसंद नहीं करते। वह संक्रमण से बचने के लिए खुद को इससे बचाते हैं। बारिश की बरस रही बूंदों में नहाने से कई तरह की स्किन प्रॉब्लम दूर हो जाती है। वहीं, इंफैक्शन से बचने के लिए बारिश के इकट्ठे हुए पानी से बचना चाहिए। 


4. बारिश में भीगने से पड़ते हैं बीमार
बारिश में बच्चों को भीगने से पेरेट्स मना करते हैं। ऐसा माना जाता है कि वह बीमार पड़ जाएंगे। अगर बारिश में बच्चे थोडा भीगेंगे तो बीमार पड़ने के आसार ज्यादा रहते हैं क्योंकि शरीर सर्द गर्म हो जाता है।  वहीं, अगर बारिश में जमकर नहाएंगे तो यह परेशानी नहीं होगी। 

 

 

Content Writer

Priya verma