घर की शोभा बढ़ाने के साथ पर्यावरण को भी बचाएंगे ये Eco-Friendly फर्नीचर

punjabkesari.in Wednesday, Jul 10, 2019 - 12:24 PM (IST)

आजकल सब लोग पर्यावरण को बचाने के प्रति चिंतित हैं। क्यों न इसकी शुरुआत अपने घर से ही की जाए। आप शायद नहीं जानते कि हमारे घर में ऐसी बहुत सी चीजें मौजूद हैं जिन्हें बनाते वक्त काफी हद तक प्रकृति से खिलवाड़ किया जाता है। तो चलिए जानते है प्रकृति के साथ छेड़छाड़ किए बगैर आखिर किस तरह से घर को सजाया जा सकता है।

लकड़ी की बजाए बांस बहुत तेजी से उगता है। ऐसे में हम बांस से बनी कुर्सियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे घर को एक डिफ्रेंट लुक मिलेगी।

पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए आजकल मार्किट में दीवारों को रंगने के लिए कैमिकल्स फ्री रंगों को जगह दी जा रही है। आपको किसी भी अच्छी पेंट शॉप पर आसानी से ये रंग मिल जाएंगे।

भारत में एक फैक्टरी 5 किलो अखबार को रीसाइकल करके कुर्सियां या कुशन तैयार करती है। जिससे अखबार भी वेस्ट नहीं जाती और कुर्सियां बनाने के लिए लकड़ी भी बर्बाद होने से बच जाती है।

लकड़ी या कांच के लैंप की बजाए बचे-कुचे कपड़ों को जोड़कर एक रंगदार लैंप बनाया जा सकता है।

शहरी अपशिष्ट और पुराने पदार्थ जैसे कपड़ा,अपशिष्ट रस्सियां और टायरों के साथ कुर्सियां, चार्पेस,कुशन, झूलें, और टोकरियां बनाई जा सकती है।

टांगने वाले लैंप को भी काफी पुरानी चीजों के साथ तैयार किया जा सकता है। जैसे कि पुराने कार्डबोर्ड या फिर बिजली की खराब हो चुकी तारें या फिर 5-7 बल्ब को एक लंबी तार लगाकर भी लैंप की तरह इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। 

LED लाइट्स दूसरी ट्यूब की जगह 80 प्रतिशत तक कम खपत करती हैं। ऐसे में पर्यावरण को बचाने के इच्छुक घर में LED बल्ब का इस्तेमाल करें।

रीड, घास, जूट, सीसल आदि से बने प्राकृतिक कालीन नवीकरणीय पादप सामग्रियों से बने होते हैं जो पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।

Content Writer

Harpreet