30 की उम्र के बाद मां बनने की रखती हैं इच्छा तो आजमाएं ये आसान टिप्स, जल्द मिलेगी Good News

punjabkesari.in Wednesday, Jan 25, 2023 - 01:01 PM (IST)

परिवार में किसी नए बच्चे के जन्म से ज्यादा खुशी कुछ और नहीं होती।  खासतौर पर माता-पिता के लिए तो बच्चे का आना ईश्वर की सबसे बड़ी कृपा होती है, लेकिन आज के समय में अधिकतर महिलाओं को प्रेग्नेंट होने में कई सारीदिक्कतों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर उन्हें, जो 30 की उम्र के बाद मां बनने का निर्णय लेती हैं।ऐसी समस्याएं बदले हुए लाइफस्टाइल और खानपानके कारण आ रही हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसे आसान टिप्स  बता रहे हैं, जिससे आप जल्दी प्रेग्नेंट हो पाएंगी..

पीरियड्स पर नजर रखें

1. आप अपने पीरियड्स की पूरी डिटेल अपने पास रखें और इनमें हो रहे बदलावों की भी पूरी जानकारी एकत्र करें। जैसे, आपका पीरियड साइकिल कितने दिन का है, 27 दिन का या 29 दिन का। 

2. आपको पीरियड्स कितने दिन तक होते हैं, 3 दिन या 5 दिन या इससे कम और ज्यादा।
3. पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग कैसी होती है?
4. क्या क्लोटिंग (खून के थक्के आना) बहुत अधिक होती है?
5. पीरियड्स के दौरान क्रैंप्स आते हैं या नहीं। क्या हर बार एक ही तरह के लक्षण होते हैं? ये सभी बातें डॉक्टर से बातचीत के दौरान आपके बहुत काम आएंगी और डॉक्टर को आपकी पीरियड साइकिल समझने से लेकर आपकी हेल्थ से जुड़ी सभी जरूरी बातें समझने में सहायता मिलेगी।


ऑवल्यूशन के दिनों पर नजर रखें

आपके पीरियड्स जिस दिन खत्म होते हैं, उसके लिए 11 दिन बाद से आपकी ओवरी एग रिलीज करने लगती है।यह प्रकिया 11 से 21 दिन तक चलती है। यानी पीरियड्स पूरे होने के बीच का टाइम प्रेग्नेंट होने के लिहाज से सबसे सही समस्या होती है।

गर्भ में अंडा बनने की प्रक्रिया और ऑवल्यूशन के दिनों को आप इस तरह भी गिन सकती हैं कि आपके अगले पीरिड्स शुरू होने से 12 से 14 दिन पहले एग सबसे सही क्वालिटी में रिलीज होता है। यानी इन दिनों में शारीरिक संबंध बनाया है तो प्रेग्नेंसी की संभावना सौ प्रतिशत तक बढ़ जाती है।

पहचाने ऑव्लयूशन के लक्षण

यदि आप अपने शरीर के द्वारा दिए जा रहे संकेतों को पहचानकर यह जान लें कि प्नेग्नेंसी का यही सही समय है तो मां बनने की आपकी इच्छा जल्दी पूरी हो सकती है। ऑवल्यूशन के दौरान शरीर में ये लक्षण नजर आते हैं...

1. ब्रेस्ट काफी कोमल महसूस होने लगते हैं।
2. पेट के किसी एक साइड में बहुत हल्का-सा मीठा दर्द अनुभव हो सकता है।
3. पेट ब्लोट करने लगता है यानी कुछ बढ़ा हुआ और फूला हुआ अनुभव होता है।
4. हल्के निशान आने लगते हैं और निकलने वाले फ्लूइड का रंग और टेक्सचर हमेशा से थोड़ा अलग होता है, अधिक चिकना और लाइट।
5. स्वाद और गंध को लेकर आपकी संवेदनशीलता अधिक बढ़ जाती है। 

Content Editor

Charanjeet Kaur