बदलते मौसम में फ्लू से बचने के आसान टिप्स

punjabkesari.in Sunday, Nov 03, 2019 - 11:03 AM (IST)

मौसम बदलने के साथ-साथ फ्लू यानि वायरल बुखार की समस्या भी बढ़ने लगती है। व्यक्ति चाहे लाख कोशिश कर ले मगर इस समस्या से बहुत कम लोग हैं जो बच पाते हैं। जरुरी है अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव लाने की ताकि इस परेशान करने वाली समस्या पर समय रहते काबू पाया जा सके। आइए आज बात करते हैं कोल्ड एंड कफ जैसी समस्या से बचने के कुछ आसान से घरेलू टिप्स...

ठंड से बचना ही है फायदेमंद

शोध के मुताबिक शरीर की प्रतिरोधी प्रणाली ठंडे मौसम में पूरी तरह काम नहीं कर पाती। विशेषज्ञों के अनुसार वायरस गर्म शरीर को पसंद नहीं करते हैं ऐसे में गर्म कपड़ों की मदद से शरीर को ढक कर उनसे बचने की संभावना बढ़ जाती है।

नींद जरुर पूरी करें

जब आप सो रहे होते हैं तो आपकी बॉडी बीमारी से लड़ने वाले हार्मोन पैदा करती है। जो लोग 7 से 8 घंटे की नींद लेते हैं, उनमें नींद से वंचित लोगों की तुलना में बेहतर रोग प्रतिरक्षा होती है। यदि आप नींद की कमी से जूझ रहे हैं तो जरुरी है किसी डॉक्टर से संपर्क करके एक बार अपने शरीर की जांच करवाएं। एक अध्ययन के अनुसार दिन में केवल 30 मिनट की झपकी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को काफी ताकत दे जाती है।

अपना नाक कवर करके रखें

नाक के अंदर की नमी और बाल एक बढ़िया सुरक्षा कवच के रुप में काम करते हैं जो वायरस को फंसा कर अंदर नहीं जाने देते। यदि आपकी नाक बहुत ठंडी या शुष्क हो जाती है तो यह रक्षा कवच ठीक से काम करना बंद कर देता है। नाक को स्कार्फ से ढक कर रखने से मदद मिलती है।

सफाई का रखें ध्यान

सांसों के रास्ते वायरस शरीर में जाने से भी अधिक जोखिम संक्रमित चीजों को छूने से रहता है। ठंडे मौसम में वायरस अक्सर विभिन्न सतहों पर जमे रहते हैं जैसे कि दरवाजे के हैंडल आदि क्योंकि अक्सर लोग छींकने या खांसने के बाद उन्हें छू लते हैं। इसके बाद यदि कोई स्वस्थ व्यक्ति दरवाजे को खालता है तो वह भी वायरस के संपर्क में आ जाता है। ऐसे में इससे बचने के लिए अपने हाथों को नियमित रुप से धोएं और हैंड सैनिटाइजर हमेशा अपने साथ रखें। अगर बार-बार हाथ साफ नहीं कर सकते हैं तो कोशिश करें कि आप अपनी आंखों या नाक को हाथों से छूने से बचें क्योंकि इन दोनों स्थानों से ही आमतौर पर आपके शरीर में वायरस प्रवेश करता है।

नियमित व्यायाम

हल्के व्यायाम हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम यानि रोग प्रतिरोधी कोशिकाओं को सक्रिय रखता है और तनाव के प्रभाव को भी कम करता है। ऐसे में सर्दी के मौसम में रजाई में ही दुबके रहने की बजाए थोड़ी हिम्मत करके व्यायाम के लिए जरुर समय निकालें। हालांकि, गहन व्यायाम शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर दबाव बढ़ा देते हैं इसलिए इस मौसम में हल्कि व्यायाम तक ही सीमित रहें।

अच्छी तरह चबाकर खाएं भोजन

पेट का एसिड कुछ तरह के वायरस को नष्ट कर सकता है। भोजन को अच्छे से चबाकर खाना इस महत्वपूर्ण रक्षा कवच को ताकत देता है। भोजन के साथ कुछ भी पीने से बचें क्योंकि तरह पदार्थ पेट के एसिड को पतला करते हैं और वे उतने प्रभावशानी ढंग से भोजन को पचा भी नहीं पाते हैं।

स्पलीमैंट्स

शरीर की 70 प्रतिशत प्रणाली आंत में होती है इसलिए आंत के बैक्टीरिया का सही संतुलन महत्वपूर्ण है। संतुलित आहार का महत्व सबसे अधिक है लेकिन विटामिन सी और डी या फिर सेलेनियम और आयरन जैसे पोषक तत्वों की कमी की पूर्ति के लिए स्पलीमैंट लिए जा सकते हैं। यह इसलिए जरुरी है क्योंकि इनकी कमी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित कर सकती है। एक अध्ययन से पता चला है कि एक वर्ष तक मल्टीविटामिन लेने वाले बुजुर्गों के बीमार पड़ने की संबावन उन बुजुर्गों की तुलना में आधी रह जाती है जो इनका सेवन नहीं करते। 
 

Content Writer

Harpreet