मलमास में तुलसी से जुड़ी ये गलतियां पड़ेगी भारी, भगवान विष्णु हो जाएंगे नाराज

punjabkesari.in Monday, Jul 24, 2023 - 04:27 PM (IST)

हिंदू धर्म में मलमास का बहुत ही ज्यादा महत्व बताया गया है। इस मास में कुछ शुभ काम करने की मनाही होती है। इसको पुरुषोत्तम मास और अधिक मास भी कहते हैं। इस दौरान की गई गलतियां परेशानी का कारण बन सकती हैं। इसके अलावा मलमास में तुलसी को लेकर भी कुछ नियमों का उल्लेख किया गया है। तो चलिए आपको बताते हैं कि तुलसी सी जुड़ी ऐसी कौन सी गलतियां हैं जिन्हें मलमास में करने से भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं... 

ना लगाएं कोई नया पौधा 

ज्योतिषाशास्त्र के अनुसार, मलमास में कभी भी तुलसी का नया पौधा न लगाएं। पुराने पौधे की ही आप पूजा करें परंतु नया पौधा भूलकर भी न लगाएं। 

न बदलें स्थान 

अगर आपके घर में कोई तुलसी का पौधा लगा हुआ है तो मलमास में इसका स्थान बदलने की गलती न करें। मान्यताओं के अनुसार, इससे आपको जीवन में नई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 

चुनरी न डालें नई 

मलमास में भगवान विष्णु निद्रा अवस्था में चले जाते हैं। इसलिए इस दौरान तुलसी में कभी भी नई चुनरी न डालें। इससे भगवान विष्णु रुठ सकते हैं। 

इस दिन न चढ़ाएं जल 

रविवार और एकदाशी वाले दिन कभी भी तुलसी में जल न चढ़ाएं क्योंकि इस दिन मां तुलसी भगवान विष्णु के लिए निर्जला उपवास करती हैं। ऐसे में अगर आप तुलसी में पानी देते हैं तो उनका व्रत टूट सकता है। इससे मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों नाराज हो सकते हैं। 

करें मां तुलसी की परिक्रमा 

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, जब भी आप मां तुलसी की पूजा करें तो उसके बाद तीन बार परिक्रमा जरुर करें। पूजा के बाद परिक्रमा करना शुभ माना जाता है। 

न लगाएं हाथ 

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, मलमास में यदि आप शाम को तुलसी की पूजा करते हैं तो इसको बिल्कुल भी न हाथ लगाएं। इससे मां लक्ष्मी आपसे रुठ सकती हैं 

न रखें सूखा पौधा 

इस मास में अपने घर में तुलसी का सूखा पौधा भी न रखें। वास्तु के अनुसार, सूखा पौधा रखना शुभ नहीं माना जाता है और इससे आपको धन की हानि भी हो सकती है। 

पत्ते तोड़ते समय ध्यान में रखें ये बात 

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, जब भी आप तुलसी के पत्ते तोड़ रहे हैं तो इनको नाखूनों के साथ न तोड़ें। तुलसी को हमेशा रिंग फिंगर और अंगूठे के साथ ही तोड़ें। इसके अलावा तोड़ते समय तुलसी का झटके से नहीं बल्कि आराम से ही तोड़ें। 

Content Writer

palak