क्या आप भी मोबाइल के चक्कर में नहीं लेते पूरी नींद? जान लें इसके नुकसान

punjabkesari.in Sunday, Feb 23, 2020 - 12:37 PM (IST)

अच्छी सेहत पाने के लिए खुद का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। ऐसे में रात को अच्छी और पूरी नींद न लेना खतरनाक साबित हो सकता है। एक रिसर्च के अनुसार रोजाना स्वस्थ शरीर के लिए पूरी नींद लेना बेहद जरूरी है। ऐसे में कुछ लोगों द्वारा रात को 7-8 घंटे की नींद न लेना, समय पर न सोना, दिन के दौरान बीच-बीच में सोना और देर रात तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल गलत है। आपकी यह गलत आदतें अनिद्रा विकार की परेशानी की ओर इशारा करती है। इस विकार में समय पर नींद नहीं आती है। इसके अलावा अगर आप रोजाना समय पर और पूरी नींद लेते है तो शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। इसके साथ ही ब्लड प्रेशर और हार्मोन ठीक रहते है। 

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नींद से जुड़े विकार के कारण कई सिचुएशन पर असर डालती है। इसके साथ रोजाना अच्छे से और समय पर नींद नहीं आती है। वैसे यह समस्या आज समय में आम सी हो गई है। इससे पीड़ित लोगों को दिनभर सिर में दर्द और तनाव सा फील होता है। 

नींद से जुड़ी बीमारियों में सबसे आम लोगों में पाई जाने वाली बीमारी इंसोमेनिया है। तो आइए जानते ऐसी ही कई बीमारियों के बारे में...

स्लीप एपनिया 

इस बीमारी के काऱण खून में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है जिससे सांस लेने में भी परेशानी का अनुभव होता है। इसमें कभी अचानक से सांस रुक और एकदम से आने लगती है। इससे दिमाग और शरीर के बाकी के हिस्सों में ऑक्सीजन का प्रवाह प्रभावित होता है। ऐसे में नींद न आने की समस्या होती है। इसके साथ ही व्यक्ति में ये लक्षण दिखाए देते है जैसे कि खर्राटे लेना,घबराहट और जागने पर मुंह सूखा हुआ फील होता है।  

इंसोमेनिया

यह एक अनिद्रा विकार है। इसमें व्यक्ति को पूरी नींद न आने में परेशानी का एहसास होता है। ऐसे में इससे परेशान लोगों में दिनभर ऊर्जा की कमी रहती है। 

रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम

इस विकार में मरीज को अच्छे से आराम नहीं मिल पाता है। वह लगातार अपने पैरों को तेजी से हिलाता रहता है। ऐसा मुख्य रूप से हाई ब्लड प्रेशर के कारण होता है। इसमें व्यक्ति को अपने पैरों में जलन फील होती है जो अच्छी नींद न आने का कारण बनती है। 

स्लीप पैरालिसिस

इस विकार में इंसान जागने और सोते समय हिलने या बोलने में पूरी तरह सक्षम नहीं होता है। इस परिस्थिति में व्यक्ति को दबाव और तत्काल डर का एहसास होता है। कई बार इससे पीड़ित लोग पूरी तरह अलर्ट होते है मगर फिर भी वे हिल-डुल नहीं पाते है।

सर्कैडियन रिदम डिसऑर्डर

इस विकार में पीड़ित का इंटरनल बायोलॉजिकल क्लॉक बाहर के समय से साथ तालमेल नहीं खाता है।यह बीमारी आमतौर पर उन लोगों को होती है जो नाइट शिफ्ट या यूं कहे कि देर रात तक काम करते है। इस विकार में व्यक्ति का दिमाग सोने के टाइम से कुछ घंटे पीछे चल रहा होता है। 

अच्छी और पूरी नींद पाने के कुछ खास टिप्स

. सोने और जागने का समय तय करें। इसके साथ ही उसे अच्छे से फॉलो भी करें।
. शाम को और सोने से पहले कॉफी न पीए। क्योंकि कॉफी में ऐसे तत्व पाए जाते है जिसके कारण नींद न आने समस्या होती है। 
. सोने से पहले टीवी, कंप्यूटर या मोबाइल को यूज न करें। 
. रोजाना 20-30 मिनट के लिए योगा या व्यायाम करें। 
. रात को अच्छे से नींद आए इसके लिए दोपहर के समय में झपकी न लें। 
. सोने से पहले बॉट वॉटर बॉथ लें। इससे आप रिलैक्स फील करेंगे जिससे अच्छी नींद आने में मदद मिलेंगी।
. अपनी डाइट का भी अच्छे से ध्यान रखें। खाने में पौष्टिक चीजों का सेवन करें। 

. सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीएं।

. रोज सुबह और शाम सैर करने जाएं।


 

Content Writer

Sunita Rajput