Corona Alert! डॉक्टर-नर्स की हालत हुई बुरी, PPE से घुटता है दम

punjabkesari.in Monday, Mar 16, 2020 - 01:36 PM (IST)

आए दिन दुनिया भर में कोरोना वारयस के मरीज देखने को मिल रहे हैं। यह वायरस इतनी जल्द फैलता है कि प्रभावित व्यक्ति से आपको कम से कम 6 फीट की दूरी बनाकर रखनी पड़ती है। ऐसे में उन डॉक्टर्स का क्या जो दिन रात मरीजों को ठीक और उनकी देखभाल करने में लगे हैं? आपके अक्सर तस्वीरों में देखा होगा कि जो डॉक्टर्स मरीजों का इलाज कर रहे हैं, उन्होंने एक विशेष प्रकार की ड्रेस पहनी होती हैं। सिर से लेकर पैरों तक ढकी उस ड्रेस में ऑक्सीजन मास्क भी होता है, जिसके जरिए वह सांस लेते हैं। इस ड्रेस को डॉक्टरी भाषा में Personal Protection Equipment  कहा जाता है।

अगर इस ड्रेस की बात करें तो इसे पहनने के बाद डॉक्टर्स न तो कुछ खा सकते हैं और न ही पी सकते हैं। 7 से 8 घंटे की ड्यूटी करने के बाद ही वे कुछ खा-पी सकते हैं। यहां तक कि फोन पर बात करना भी उनके लिए मुश्किल हो जाता है।

क्या है समस्या?

डाक्टर्स की मानें तो उन्हें ईलाज करने से डर नहीं लगता , बस कभी कभार उनका दम घुटने लगता है। मगर एक बार पी पी ई पहनने के बाद आप उसे उतार नहीं सकते। और न ही आपकी पी पी ई कोई अन्य डॉक्टर वीयर कर सकता है। एक बार पी पी ई की चलती कमी के कारण डॉक्टर को अन्य डॉक्टर की पी पी ई पहननी पड़ी। ऐसे में डॉक्टर्स ने इसके अलावा पी पी ई पहनने पर और किसी भी परेशानी की बात मीडिया से नहीं की।

वायरस इंफेक्शन को लेकर क्या है डॉक्टर्स की राय?

पी पी ई पहनकर लोगों का ईलाज करने वाले डॉक्टर्स की बात सुनें तो उनके मुताबिक उन्हें कोरोना वायरस के पेशेंट्स का इलाज करने में कोई परेशानी नहीं होती। इसका कारण, डॉक्टर्स का कहना है कि वो कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक वायरस यानि ईबोला और ट्यूबोकलोरसिस जैसी बीमारियों का ईलाज कर चुके हैं। उनके मुताबिक हमें कोई भी वायरस तभी इफेक्ट करता है, जब हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। ऐसे में आप खुद को इतना सक्षम बनाए कि कोरोना या ईबोला जैसा कोई भी वायरस आपका कुछ न बिगाड़ पाए।

Nurses की हुई स्किन खराब

खासतौर पर महिला डॉक्टर्स और Nurses को स्किन से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ महिला डॉक्टर्स को मास्क पहनने की वजह से पिंपल्स, स्किन रैशेज और पिगमेंटेशन का सामना करना पड़ रहा है। 

Content Writer

Harpreet