प्रेगनेंसी में ना लें स्ट्रेस, शिशु के लिए हो सकता है खतरनाक

punjabkesari.in Sunday, Jan 19, 2020 - 11:17 AM (IST)

गर्भवती महिलाओं में अवसाद होने से शिशुओं के दिल और दिमाग को नुकसान हो सकता है। एक शोध में यह दावा किया गया है। शोध के अनुसार गर्भवती महिलाओं में अवसाद, घबराहट और तनाव होने से शिशुओं के दिल को क्षति हो सकती है। साथ ही शिशुओं के दिमाग के कई प्रमुख क्षेत्रों में भी जन्म से पहले ही विकास बाधित हो सकता है। यह शोध जामा पीडियाट्रिक्स में प्रकाशित किया गया है।

गर्भवती महिलाओं का तनाव कम करना जरूरी

चिल्ड्रेन नेशनल हॉस्पिटल द्वारा किए गए शोध में शोधकर्ताओं ने कहा कि इसके निष्कर्षों से इस बात को बल मिलता है कि प्रीनैटल केयर के दौरान गर्भवती महिलाओं में तनाव को कम करना जरूरी है। शिशुओं के दिल और दिमाग को नुकसान से बचाने के लिए गर्भवती महिलाओं में मौजूद तनाव को कम करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।

शोधकर्ता कैथरीन लिंपेरोपोलस ने कहा, हम गर्भवती महिलाओं में मौजूद तनाव और अवसाद के कारण भ्रूण के दिल और दिमाग में पनपने वाली परेशानियों के स्तर को देखकर चौंक गए। हमारे शोध में पहली बार पता चला है कि गर्भावस्था के दौरान तनाव से भ्रूण के दिमाग में सीखने, याददाश्त, समन्वय, सामाजिक और व्यावहारिक विकास पर दुष्प्रभाव पड़ता है।

चलिए अब आपको कुछ टिप्स देते हैं, जिससे आप प्रेगनेंसी के दौरान खुद को स्ट्रेस फ्री रख सकती हैं।

. भ्रामरी प्राणायाम

भ्रामरी प्राणायाम ना सिर्फ स्ट्रेस दूर भगाता है बल्कि इससे आप दूसरी समस्याओं से भी बची रहती हैं। आप यह प्राणायाम सूर्योदय व सूर्यास्त दोनों समय में कर सकती हैं। इस बात का ख्याल रखें कि आप जहां भी यह योग करें वहां का वातावरण शांत हो।

. सैर करें

गर्भावस्था में हेवी-वेट एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए इसलिए इस दौरान टहलना सबसे बेहतर ऑप्शन है। डॉक्टर भी प्रेग्नेंसी में टहलने की सलाह देते हैं। क्योंकि इससे तनाव कम होता है और नॉर्मल डिलीवरी के चांसेस बढ़ जाते हैं। आप रोजाना कम से कम 30 मिनट जरूर टहलें।

. मेडीटेशन

मेडीटेशन प्रक्रिया से भी गर्भवती महिलाएं खुद को तनाव मुक्त रख सकती हैं। इससे शरीर, मन और आत्मा को शांति मिलती है।

. किताबें पढे़

बोरिंग किताबें छोड़कर कुछ ऐसा पढे़ जो आपके तनाव को दूर करे। जितना हो सके निगेटिव किताबों से दूर रहें।

.अपनी भूख को करें एंजॉय

इस दौरान अगर आपको फूड क्रेविंग होती है तो कुछ हैल्दी खाएं। विटामिन बी से भरपूर आहारखाएं क्योंकि ये शरीर में तनावरोधक हॉर्मोन सीरोटोनिन की मात्रा को बढ़ाते हैं। साथ ही पर्याप्त पानी पीएं। इससे भी आप स्ट्रेस से दूर रहेगी।

. परिवार और दोस्‍तो के साथ रहें

परिवार व दोस्‍तों के साथ रहने से एक सकारात्‍मक तरंग मिलेगी जोकि स्‍ट्रेस को कंट्रोल करने में आपकी मदद करेगी।

. आराम का वक्त 

प्रेग्नेंसी के दौरान आपको अपनी नींद का भी पूरा खयाल रखना चाहिए। अगर गर्भवती महिलाएं पूरी नींद लेती हैं तो इसका सकारात्मक प्रभाव बच्चे की शारीरिक और मानसिक सेहत पर भी पड़ता है इसलिए आपको भरपूर नींद लेनी चाहिए।

Content Writer

Anjali Rajput