Women Health: व्हाइट डिस्चार्ज में न खाएं ये फूड्स, बढ़ जाएगी प्रॉब्लम

punjabkesari.in Friday, Sep 20, 2019 - 01:55 PM (IST)

सफेद पानी का मासिक धर्म से पहले या बाद में आना स्वाभाविक हैं। मगर, ज्यादा मात्रा में सफेद पानी आना रोग होता है, जिसे ल्यूकोरिया (Leukorrhea) भी कहा जाता है। व्हाइट डिस्चार्ज की प्रॉब्लम किसी भी उम्र की महिला को हो सकती है, जिसमें डाइट का बहुत ख्याल रखना पड़ता है। आज हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताएंगे, जिसका सेवन करने से आपकी समस्या बढ़ सकती है।

अगर आप भी व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या से जूझ रही हैं तो इन चीजों का सेवन गलती से भी ना करें नहीं तो आपकी परेशानी कम होने की बजाए और भी बढ़ जाएगी।

मांस-मछली

ल्यूकोरिया में महिलाओं को मांस, मछली, मटन, का सेवन नहीं करना चाहिए। इनमें मौजूद एनिमल प्रोटीन शरीर में इंफ्लामेशन को बढ़ाता है, जोकि व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या को बढ़ावा देता है।

खमीर वाले फूड्स

व्हाइट डिस्चार्ज में आपको खमीर वाले फूड्स जैसे- इडली, डोसा आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए। इनका सेवन आपकी प्रॉब्लम को बढ़ा देता है।

मसालेदार चीजें

अगर आपको यह प्रॉब्लम है तो भारी, तली हुई, मसालेदार और खट्टी चीजों से दूर बना लें क्योंकि यह भी ओवरी में इंफ्लामेशन करते हैं।

ब्रेड या मशरूम

अपनी डाइट में ब्रेड या मशरूम को भी शामिल न करें। इससे भी ल्यूकोरिया की प्रॉब्लम बढ़ जाती है।

कैफीन और शराब

कड़क चाय, कॉफी, अल्कोहल, शराब, सिगरेट और कोल्ड ड्रिंक को अधिक पीना सफेद पानी की प्रॉब्लम को बढ़ा सकता है।

मैदा

अपने आहार में मैदा, बेसन, चना, अरहर की दाल, अंडा, अचार, खटाई और लाल मिर्च को भी न सेवन करें। ल्यूकोरिया में इन चीजों का सेवन भी नहीं करना चाहिए।

ना खाएं ये सब्जियां

वैसे तो सब्जियां खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन इस समस्या में बैंगन, करेला, अरबी और अधिक आलू और प्याज ना करें।

सफाई से जुड़ी जरूरी बातें...

-फिटकरी को गर्म पानी में भिगोकर प्राइवेट पार्ट की सफाई करें क्योंकि इससे कीटनाशक मर जाते हैं। ऐसा -हफ्ते तक लगातार करें आराम मिलेगा।
-मेथी को पानी में उबालें। कपड़ा भिगोकर प्राइवेट पार्ट की सफाई करने से राहत मिलेगी। 
-अगर योनि में खुजली और स्किन पर जलन हो रही है तो दही लगाएं।

महिलाएं प्राइवेट पार्ट से जुड़ी समस्याओं को दिखाने में लापरवाही ना बरतें क्योंकि इससे ही यूट्रस व ओवरी से जुड़े अन्य रोगों को बढ़ावा मिलता है।

Content Writer

Anjali Rajput