रविवार के दिन बिल्कुल न करें ये काम, वरना बर्बाद हो सकता है आपका जीवन

punjabkesari.in Saturday, May 27, 2023 - 01:44 PM (IST)

हिन्दू धर्म में रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। इस दिन जो जातक सच्चे मन से सूर्य देव की पूजा करते है उनकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। सूर्य करियर, मान-सम्मान, प्रतिष्ठा, नाम, बुद्धि का कारक माना गया है। बता दें कि अगर आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर है तो उसे मजबूत करने के लिए आप कुछ उपाए अपना सकते है। जिसके चलते आपका करियर घोड़े की तरह तेज दौड़ेगा। तो चलिए जानते है रविवार के दिन किन कार्यों को करना चाहिए और किन कार्यों नहीं करना चाहिए।

रविवार के दिन न करें ये कार्य

1 रविवार के दिन पश्‍चिम और वायव्य दिशा में सफर न करें। लेकिन मजबूरी में कही जाना पड़े तो दलिया, घी या पान खाकर या इससे पहले पांच कदम पीछे चलकर ही इस दिशा में जाएं। क्योंकि इस दिन खासकर पश्‍चिम में दिशा शूल रहता है।
2 रविवार को तांबे से निर्मित चीजों को बेचने से बचें। तांबे के अलावा सूर्य से संबंधित अन्य धातु या वस्तुएं भी न बेचें।
3 इस दिन नीले, काले, कत्थई और ग्रे कलर के कपड़े न पहने। इतना ही नहीं काले या नीले से मिलते जुलते कपड़े भी न पहनें।
4 इस दिन खाने में नमक का सेवन न करें। क्योंकि ऐसा करने से आपको हर काम में बाधा उत्पन्न होगी। खास कर सूर्यास्त के बाद तो नमक खना नहीं चाहिए।

मांस और मदिरा के सेवन से बचे

5 रविवार के दिन सहवास करना, मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
6 आमतौर पर लोग रविवार को बाल कटाते हैं लेकिन मान्यता है कि इस दिन बाल कटाने से सूर्य कमजोर होता है।
7 इस दिन तेल मालिश भी नहीं करते हैं क्योंकि यह सूर्य का दिन होता है और तेल शनि का होता है।
8 रविवार के दिन सूर्योदय से पहले उठना चाहिए। देर से उठने से कुंडली में सूर्य कमजोर होता है।

 

रविवार के दिन करें ये कार्य

1 सूर्य देव को वैसे रोज अर्घ्य देने को कहा जाता है। प्रतिदिन स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद तांबे के कलश में जल, अक्षत, फूल और रोली डालकर सूर्य देव तो अर्घ्य दें। अगर आप ऐसा रोज नहीं करते है तो रविवार के दिनअर्घ्य जरूर दें।
2 सूर्य देव की कृपा पाने और कुंडली में सूर्य मजबूत करने के लिए रविवार का व्रत अवश्य रखें।
3 इस दिन सूर्य देव की मंत्रों का जाप करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।
4 इस दिन तांबे का कड़ा धारण करें। पुरुष दाएं और महिलाएं बाएं हाथ में पहनें।
5 सूर्य देव की कृपा पाने के लिए अपने पिता का सम्मान करें।

 

 

 

 

 

 

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Kirti