इस उम्र के बच्चे से न करें ऐसा बर्ताव

punjabkesari.in Monday, May 01, 2017 - 02:41 PM (IST)

पंजाब केसरी(पेरेटिंग):  छोटे बच्चे घर की रौनक होते हैं। अपनी तोतली भाषा से वो जब बातें करते हैं तो सारा परिवार खुशी से खिल उठता है। उनकी पल-पल की शरारतें घर में खुशियों का माहौल बना देती हैं लेकिन जब बच्चा थोडा बड़ा होता है और स्कूल जाने लगता है तो उसकी आदतें और शरारतें बदल जाती हैं। 4 साल की उम्र में बच्चा बहुत कुछ समझने लगता है। आपकी गलतियों पर भी ध्यान देना शुरू कर देता है। ऐसे में जरूरी है कि उससे प्यार से पेश आएं। उसकी बातों को ध्यान से सुनें और समझने की कोशिश करें। जिससे मां और बच्चें के बीत का रिश्ता मजबूत होता जाएगा। 
 

1. बच्चा अगर किसी बात के लिए जिद्द करें तो उसे प्यार से समझाएं। उसे बताएं कि यह बात क्यों उसके लिए अच्छी नहीं है। 

2. खेलने से बच्चे का दिमागी और शारीरिक विकास होता है। उसे खेलने दें,बात-बात पर रोक-टोक से वह चिडचिड़ा हो जाएगा। 

3. बच्चे जब स्कूल में कोई अच्छा काम करें तो उसकी तारीफ करें। कभी-कभी इसके लिए उसे सपप्राइज भी दें। 

4. जब कोई मेहमान घर पर आए तो बच्चे को उसके साथ सलीके से बैठना सीखाएं। 
उनको बताएं कि कैसे किसी से बात करनी है। 

5. अपने बच्चे की तुलना किसी दूसरे के साथ न करें। इससे बच्चे में हीन भावना आ सकती है। उसे बताएं कि कोई काम मुश्किल नही है। अच्छे काम करोे और आगे बढ़ो। 

6. बच्चे को उसके दोस्तों के सामने न डांटे। इससे उसके मन में मम्मी-पापा के लिए नफरत पैदा हो जाएगी। 

7. बच्चे पर हर बार अपनी बातें न थोपें। उनकी बातों को ध्यान से सुनें और समझने की कोशिश करें कि वह क्या कह रहा है। 

8. परिवार का माहौल खुशनुमा बनाएं। बच्चे के सामने लड़ाई-झगड़ा न करें। इससे उसके दिमाग पर गलत असर पड़ेगा। 

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