Earliest delivery के लिए न अपनाएं घरेलू तरीके, होगा नुकसान

punjabkesari.in Friday, Aug 24, 2018 - 11:25 AM (IST)

प्रेग्नेंसी में औरतों की शारीरिक स्थिति हर महिने बदलती है। इस समय ज्यादातर औरतें यही सोचती हैं कि डिलीवरी नर्मल हो तो बेहतर है। आठवें महीने के बाद लोग अपने ही कुछ तरीके अपनाने शुरू कर देते हैं, जिससे अर्ली लेबर पेन शुरू हो जाए। कुछ लोग तो डॉक्टर की बताई ड्यू डेट का भी इंतजार नहीं करते। हल्की लेबर पेन शुरू होने पर घरेलू नुस्खे आजमाने से परेशानी भी हो सकती है। इस बात का ख्याल रखें कि यह स्थिति बहुत संवेदनशील होती है। कोई भी एक्सपेरिमेंट करने से बुरा असर हो सकता है। 


1. नेचुरल प्रक्रिया को समझना जरूरी
डॉक्टर डिलीवरी डेट हमेशा मासिक तिथि, अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट के आधार पर ही फिक्स करते हैं। इसके अलावा यह नेचुरल प्रक्रिया भी होती है। हर महिला की शारीरिक प्रक्रिया और बच्चे का विकास अलग-अलग आधार पर होता है। एक तरह का फॉर्मूला हर किसी पर तो लागू नहीं होता लेकिन इसके लिए जल्दबाजी करने की जरूरत नही है। थोड़ा धैर्य रखने से इस प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है।  


2. लेबर पेन की अवधि
कुछ लोग मानते हैं कि आठवां महिना खत्म होने पर हल्के दर्द होने शुरू हो जाते हैं। इसका संकेत डिलीवरी का समय नजदीक होना माना जाता है। वहीं, हर केस में एक ही प्रक्रिया होना जरूरी नहीं है। कुछ महिलाओं को तो डिलीवरी के कुछ घंटे पहले ही दर्द महसूस होता है। इस समय किसी भी तरह की एक्सपेरिमेंट नहीं करना चाहिए।


3. न करें ज्यादा एक्सरसाइज
एक्सरसाइज अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी है। इससे बॉडी में लचीलापन तो आ जाता है लेकिन प्रेग्नेंसी में ज्यादा एक्सरसाइज नुकसानदेह हो सकता है। गर्भ में पल रहे बच्चे को इससे नुकसान हो सकता है वहीं, इससे डिलीवरी से पहले ब्लीडिंग भी होनी शुरू हो जाती है। 

4. पोंछा लगाना
नॉर्मल और जल्दी डिलीवरी के लिए दादी-नानी अक्सर पोंछा लगाने की सलाह देती है। सीढिया चढ़ने,दिन में कई बार सैर करना आदि कई तरीके अपनाने की सलाह दी जाती है। लंबी अवधि तक खड़े रहने से भी नुकसान हो सकता है। 
 

Content Writer

Priya verma