दिवाली पर लगा लिया ये तोरण तो घर में नहीं घुसेगी बुरा शक्ति, इस पत्ते का तोरण सबसे शुभ
punjabkesari.in Tuesday, Oct 14, 2025 - 04:51 PM (IST)

नारी डेस्क : दिवाली में तोरण लगाना सिर्फ सजावट नहीं, बल्कि इसके पीछे गहरी धार्मिक, सांस्कृतिक और मानसिक महत्व की मान्यताएं जुड़ी हुई हैं और कहा जाता है कि तोरण लगाने से घर में नेगेटिव एनर्जी का वास नहीं हो पाता इसलिए दिवाली की सजावट में तोरण लगाना बहुत जरूरी है। दिवाली में मुख्य द्वार पर आम के पत्तों वाला फूलों का तोरण सबसे शुभ माना जा रहा है। चलिए इसके महत्व जानते हैं।
दिवाली 2025 के लिए सबसे शुभ तोरण
फूलों और आम के पत्तों वाला तोरण
सामग्री: गेंदा, गुलाब, चमेली या रंग-बिरंगे फूल + आम के पत्ते
शुभता: यह पारंपरिक और सबसे प्राचीन तोरण माना जाता है। आम के पत्ते घर में सकारात्मक ऊर्जा और बुरी नजर से सुरक्षा देते हैं।
लगाने का तरीका: मुख्य द्वार के ऊपर गोलाई या सीधी माला के रूप में लगाएं।
मोती या बीड्स वाला तोरण
सामग्री: मोती, रंगीन बीड्स और सिल्क के धागे
शुभता: यह घर की शोभा बढ़ाता है और लक्ष्मी माता के स्वागत के लिए आदर्श है।
लगाने का तरीका: फूलों के तोरण के साथ मिलाकर भी लगाया जा सकता है।
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दीप और लाइट वाला तोरण
सामग्री: LED लाइट्स, छोटी दिवियां या चमकदार झिलमिल
शुभता: दिवाली के अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक। घर को रोशन और उत्सवपूर्ण बनाता है।
लगाने का तरीका: मुख्य द्वार या पोर्च पर ध्यानपूर्वक लटकाएँ।
सूखे फूल और क्राफ्ट का तोरण
सामग्री: सूखे फूल, रंगीन कागज़, क्राफ्ट पेपर
शुभता: लंबे समय तक टिकने वाला, पर्यावरण के अनुकूल और सजावटी।
लगाने का तरीका: छोटे-छोटे हिस्सों में बनाकर मुख्य द्वार पर टांगें।
संकरित (Hybrid) तोरण
फूल + मोती + लाइट का मिश्रण
शुभता: सबसे आधुनिक और आकर्षक, यह पारंपरिक और आधुनिक दोनों का संगम है।
लगाने का तरीका: मुख्य द्वार पर सजावट की पूरी श्रृंखला में लगाएं।
तोरण लगाने के शुभ लाभ
शुभ और सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत
दिवाली अंधकार पर प्रकाश की विजय का त्योहार है। तोरण मुख्य द्वार पर लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और खुशियां प्रवेश करती हैं। यह बुरी नजर और नकारात्मक शक्तियों से घर की सुरक्षा का प्रतीक भी माना जाता है।
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लक्ष्मी माता को आमंत्रित करना
दिवाली के दिन घर में लक्ष्मी पूजन होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मुख्य द्वार पर तोरण लगाने से माता लक्ष्मी का स्वागत होता है और धन, सुख और समृद्धि घर में आती है।
त्योहार की खुशी और उत्साह बढ़ाना
रंग-बिरंगे फूलों, माला या कपड़े से बने तोरण घर को आकर्षक बनाते हैं। यह दिवाली के माहौल को और भी जीवंत और उत्सवपूर्ण बनाता है, जिससे परिवार में खुशी और उत्साह का माहौल बनता है।
परंपरा और सांस्कृतिक महत्व
तोरण लगाने की परंपरा सदियों पुरानी है। यह भारतीय संस्कृति में शुभ अवसरों पर अपनाई जाने वाली प्रथा है, जो त्योहार की पवित्रता और धार्मिक श्रद्धा को दर्शाती है।
मेहमानों का स्वागत और आदर
दिवाली में अक्सर मेहमान आते हैं। तोरण लगाने से यह संदेश जाता है कि घर में स्वागत और सम्मान का वातावरण है। यह पारिवारिक और सामाजिक मेलजोल को बढ़ाता है।
मानसिक शांति और सकारात्मक सोच
तोरण देखने या लगाने से मन में उत्साह और शांति आती है। यह मानसिक रूप से तनाव कम करने और घर में खुशियों का वातावरण बनाने में मदद करता है।
अगर आप अपने घर को बुरी शक्तियों से बचाना चाहते हैं तो आपको भी इस दिवाली अपने घर में तोरण लगाना चाहिए।