वैज्ञानिकों ने खोजा नया आई ड्रॉप, जो हमेशा के लिए खत्म कर सकता है नजर का चश्मा

punjabkesari.in Saturday, Sep 20, 2025 - 12:10 PM (IST)

नारी डेस्क : आज की गड़बड़ लाइफस्टाइल और पोषण की कमी हमारे स्वास्थ्य के साथ-साथ आंखों की सेहत पर भी बुरा असर डाल रही है। लगातार मोबाइल, लैपटॉप की स्क्रीन देखने, टीवी के सामने घंटों बैठने और धूप की कमी से हमारी आंखें कमजोर हो रही हैं। पहले जहां 40-45 वर्ष की उम्र में नजर कमजोर होती थी, अब पांच साल से छोटे बच्चों को भी चश्मे की जरूरत पड़ रही है। पार्क में खेलते बच्चे हों या क्लासरूम में बैठे युवा, हर तीसरे-चौथे व्यक्ति की आंखों पर चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस नजर आता है। इस बढ़ती समस्या का कारण क्या है और क्या इससे बचा जा सकता है? वैज्ञानिकों ने इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है।

आंखों की रोशनी बढ़ाने वाला आई ड्रॉप

विशेषज्ञों ने एक ऐसा आई ड्रॉप विकसित किया है, जिसे दिन में कुछ बार इस्तेमाल करने से आपकी दृष्टि बेहतर हो सकती है और नजर के चश्मे की जरूरत कम हो सकती है। यह ड्रॉप विशेषकर प्रेसबायोपिया यानी उम्र बढ़ने पर नजदीक की चीजें ठीक से न दिखने की समस्या के लिए वरदान साबित हो सकता है। 766 मरीजों पर किए गए अध्ययन में, कुछ महीनों के उपयोग के बाद उनकी आंखों की रोशनी में सुधार देखा गया। बिना चश्मे के वे आसानी से आई टेस्ट के बोर्ड की तीन-चार लाइनें पढ़ने में सक्षम हो गए।

PunjabKesari

क्या है इस ड्रॉप में?

इस आई ड्रॉप में पिलोकार्पिन नामक दवा होती है, जो आंखों की पुतलियों और मांसपेशियों को सिकोड़कर देखने की क्षमता को बेहतर बनाती है। साथ ही इसमें डाइक्लोफेनाक होता है, जो सूजन और जलन को कम करता है। मरीजों को दिन में दो बार यह ड्रॉप दिया गया। पहली बार इस्तेमाल के एक घंटे के अंदर ही दृष्टि में सुधार देखा गया।

PunjabKesari

विशेषज्ञों की राय

डॉक्टर का कहना है कि नजर के चश्मे और सर्जरी के मौजूदा विकल्पों में कई बार असुविधा और जोखिम होते हैं। इस नए आई ड्रॉप ने मरीजों की दृष्टि में औसतन 3.45 जैगर लाइनों का सुधार किया है और इसका असर दो साल तक बना रहता है। यह आंखों की देखभाल के क्षेत्र में एक नई उम्मीद है।

बिना सर्जरी और बिना चश्मे के बेहतर देखना अब होगा आसान

विशेषज्ञ बताते हैं कि यह ड्रॉप सर्जरी को पूरी तरह खत्म करने का विकल्प नहीं है, लेकिन उन लोगों के लिए प्रभावी है जो सुरक्षित और सरल उपाय चाहते हैं। यदि यह उपचार सभी उम्र और विभिन्न परिस्थितियों में सफल रहता है, तो यह नजर के चश्मे से छुटकारा पाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।

PunjabKesari

आंखों की बढ़ती समस्या और नजर के चश्मे की बढ़ती जरूरत के बीच यह नया आई ड्रॉप एक उम्मीद की किरण साबित हो सकता है। आई ड्रॉप इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें ।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Monika

Related News

static