दिलीप जोशी की बेटी Niyati ने शादी के लिए नहीं छिपाएं सफेद बाल, यूजर्स कर रहे जमकर तारीफ
punjabkesari.in Thursday, Dec 16, 2021 - 01:55 PM (IST)
अक्सर शादी से पहले दुल्हनें प्री-ब्राइडल पैकेज लेती हैं , ताकि उनकी खास दिन पर स्किन क्लीयर व ग्लोइंग दिखें। अगर शादी से पहले चेहरे पर एक पिंपल भी हो जाए तो दुल्हन पूरा घर सिर पर उठा लेती हैं। बालों को कलर करने से लेकर क्लीयर स्किन तक, दुल्हनें खुद को परफेक्ट दिखाने की कोशिश करती हैं। मगर, हाल ही में तारक मेहता का उल्टा चश्मा के जेठालाल उर्फ दिलीप जोशी ने ऐसी उदाहरण पेश की जो वाकई बेमिसाल है।
नियति जोशी अपने लॉन्ग टाइम ब्वॉयफ्रेंड यशोवर्धन मिश्रा के साथ 11 दिसंबर को शादी के बंधन में बंधी। इस दौरान उन्होंने लाल और क्रीम रंग का लहंगा पहना था, जिसमें वह बेहद खूबसूरत लग रहीं थी। इसके साथ उन्होंने लाल चूड़ियां, नेकलेस और झुमके वियर किए थे। उनकी ब्राइडल लुक में शामिल हर चीज ने सभी का ध्यान खींचा।
मगर, सबसे ज्यादा अटेंशन खीचीं उनके ग्रे/सफेद बालों (gray hair) ने। दरअसल, नियति का मानना हैं कि जैसे हो वैसे ही रहो क्योंकि जो आपको सचमुच प्यार करता है उसे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। बस इसलिए उन्होंने बालों को सफेद ही रहने दिया। नियति ने अपने सफेद बालों को कॉन्फिडेंस के साथ फ्लॉन्ट किए। यही नहीं, उन्होंने बालों में जूड़ा बनाया हुआ था, जिसे मोगरे व गुलाब के फूलों से एक्सेसाइज किया गया था। नियति का यह लुक खूबसूरती के तय पैमानों को खुली तौर पर चैलेंज देने वाला है।
हालांकि कुछ लोग उन्हें इसके लिए ट्रोल भी कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, 'पहले दूल्हा-दुल्हन सफेद बालो में देखे।' वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, 'लगता है जेठालाल ने सारा हेयर कलर इस्तेमाल कर लिया।' हालांकि कुछ लोग उनके ग्रे बालों को लेकर पॉजिटिव कमेंट भी कर रहे हैं तो कुछ इसे कूल बना रहे हैं। वहीं, एक यूजर ने उन्हें सपोर्ट करते हुए लिखा, "इंस्टाग्राम की इस नकली दुनिया में असली होने की हिम्मत कोई-कोई करता है।"
हालांकि देखा जाए तो दुल्हन अपनी शादी के दिन सबसे अधिक खुबसूरत लगती है, जिसकी वजह लहंगा, मेकअप और ज्वैलरी नहीं बल्कि उनके चेहरे का नूर, खूबसूरत मुस्कान और आंखों की चमक होती है। कोई लड़की किसी से कम नहीं है बस लोगों को जरूरत है बाहरी सुदंरता की बजाए अंदर की खूबसूरत को देखने की। आखिर दिखावे की जरूरत भी क्या है? खुद पर बोझ लादने की बजाए खुद के दिल की सुनों। अपनी जिंदगी के फैसले लेने के लिए दूसरे राय मायने नहीं रखनी चाहिए।