डायबिटीक औरतों रहें संभल कर क्योंकि उन्हें रहता है ये खतरा

punjabkesari.in Tuesday, Jul 30, 2019 - 07:08 PM (IST)

इसमें कोई शक नहीं कि डायबिटीज, दिल से जुड़ी बीमारियों खासकर हार्ट अटैक के खतरे को कई गुना बढ़ा देता है। ज्यादातर लोगों को लगता है कि हार्ट अटैक सिर्फ पुरुषों को होता है महिलाओं को नहीं जबकि ऐसा नहीं है। हाल ही में हुए शोध के मुताबिक, महिलाओं में इसका खतरा पुरुषों से अधिक होता है।

 

20 करोड़ महिलाएं है डायबिटीज की शिकार

आंकड़ों की मानें तो फिलहाल दुनियाभर में 41 करोड़ 50 लाख वयस्क ऐसे हैं जो मधुमेह से पीड़ित हैं। इन 41 करोड़ वयस्कों में से करीब 20 करोड़ महिलाएं हैं जो मधुमेह की मरीज हैं। भारत जिसे आमतौर पर दुनिया का डायबिटीज कैपिटल कहा जाता है, में साल 2017 में मधुमेह के 7 करोड़ 20 लाख मामले थे। इसका मतलब है कि देश की करीब 9 प्रतिशत वयस्क आबादी मधुमेह से पीड़ित है।

महिलाओं में 47% अधिक है हार्ट अटैक का खतरा

टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा 47% अधिक होता है, जबकि टाइप 2 डायबिटीज के मामले में पुरुषों की तुलना में महिलाओं में हार्ट अटैक होने का खतरा 9% अधिक होता है। दरअसल, महिलाओं में प्री-डायबिटीज की अवधि पुरुषों की तुलना में 2 साल अधिक होती है और इस बढ़ी हुई अवधि की वजह से ही महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा कई गुना अधिक होता है।

यूं रखें बचाव

अगर आप डायबिटीज की मरीज हैं तो सबसे पहले अपनी शुगर लेवल को कंट्रोल में रखे। इसके लिए अपने लाइफस्टाइल और डाइट पर ध्यान दें। साथ ही हर महीने डायबिटीज चेक करवाएं, ताकि समय रहते इसके खतरे से बचा जा सकते हैं। इसके अलावा कुछ और बातों का ध्यान रखकर आप इसके खतरे को कम कर सकती हैं जैसे...

-35-40 की उम्र में किसी भी तरह का हार्ट डिजीज होने पर रोगुलर चेकअप करवाते रहें।
-अपनी डाइट पर कंट्रोल रखें और लो फैट डाइट लें। इसके अलावा डाइट में हरी सब्जियां, सजीन फल, ग्रीन टी, मछली और नट्स जैसी हेल्दी चीजों को शामिल करें।


-तंबाकू, धूम्रपान और अल्कोहल जैसी चीजों का सेवन न करें और जंक फूड्स व मसालेदार भोजन से भी परहेज करें।
-दिल पर दबाव ना डालें, नियमित और उचित व्यायाम करें।
-अपने कॉलेस्ट्रॉल का ध्यान रखें, क्योंकि ज्यादा कॉलेस्ट्रॉल से दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है।
-सीने में हल्की सी भी बेचैनी, पसीना, जबड़े, गर्दन, बाजू और कंधों में दर्द, सांस का टूटना बिल्कुल नजर अंदाज ना करें। इन लक्षणों के नजर आने पर तुंरत मेडिकल सहायता लें।

Content Writer

Anjali Rajput