भारत में सुसाइड का सबसे बड़ा कारण Depression, 6 टिप्स से करें बचाव

punjabkesari.in Friday, Sep 10, 2021 - 10:29 AM (IST)

आज भारत में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस (World Suicide Prevention Day) दिवस मानाया जा रहा है। इसका मकसद लोगों के आत्महत्या की तरफ बढ़ते कदमों को रोकना है। शोध के अनुसार, भारत में आज भी हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति आत्महत्या कर रहा है, कभी डिप्रेशन में आकर तो कभी इमोशनल होकर।

बदलती लाइफ स्‍टाइल के चलते आज हर व्यक्ति के डेली रूटीन में काफी बदलाव आया है। इसकी वजह से लोग छोटी-छोटी बातों पर टेंशन ले लेते हैं, जो धीरे-धीरे डिप्रेशन का रूप ले लेता है। अगर 10 सेंकेंड तक व्यक्ति अपने इमोशन पर काबू पा ले तो आत्महत्या नहीं कर सकता।

सुसाइड की बड़ी वजहें

डिप्रेशन
सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम
फैमिली में प्रॉब्लम
फाइनेंशियल प्रॉब्लम
मेंटल प्रॉब्लम
घर का ऑफिस के कामों में असफल रहना

आत्महत्या करने से पहले व्यक्ति में कुछ बदलाव आते हैं। अगर इन्हें समय रहते पहचान लिया जाए तो व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। सुसाइड करने वाले व्यक्ति में दिखते हैं ये लक्षण...

-अपने आप में खोए रहना
-अकेलपन में रहना
-नेगिटिव सोचना
-बार-बार मरने के ख्याल 
-झूठ बोलना
-लोगों के बीच ना रहना
-नेगिटिव सोचना

अब हम आपको बताते हैं कि आज उस व्यक्ति को डिप्रेशन से कैसे निकाल सकते हैं, ताकि उसके मन से डिप्रेशन का ख्याल निकल जाए।

लोगों से घुले-मिले

लोगों से घुले-मिले और अपने मन की बात को फैमिली मैंबर्स के साथ शेयर करें। ऐसे समय में परिवार और दोस्तों के साथ रहना बहुत जरूरी है। प्यार, अपनापन और करीबी लोगों का स्नेह मिलने पर नेगेटिव विचारों पर काबू पाने में मदद मिलती है।

मरीज को अकेला ना छोड़ें

अगर कोई व्यक्ति डिप्रेशन या तनाव से जूझ रहा है तो उसे अकेला ना छोड़ें। इससे उसके मन में आत्महत्या का ख्याल पनप सकता है इसलिए बेहतर होगा कि आप उनके साथ रहें और उनका उत्साह बढ़ाएं।

म्यूजिक सुनें

डिप्रेशन से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है अपनी पसंद का म्यूजिक सुनना। गानें सुनने से दिमाग शांत होता है और मन भी रिलैक्स होता है। इससे ना सिर्फ डिप्रेशन बल्कि आत्महत्या का ख्याल भी मन से निकल जाता है।

अच्छी नींद

पूरी नींद ना लेना व्यक्ति में डिप्रेशन का सबसे बड़ा काम है, जो आगे चलकर सुसाइड का कारण बन सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप हर दिन कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लें।

व्यायाम करें

व्यायाम ना सिर्फ आपको शारीरिक बल्कि मानसिक तौर पर भी स्वस्थ रखता है। इससे डिप्रेशन तो क्या कोई भी बीमारी आपके आस-पास नहीं फटकेगी। इसके लिए आप डेली रूटीन में प्रणायाम, मेडिटेशन या कोई और योगा कर सकते हैं।

हैल्दी खाएं

अपनी डाइट में हैल्दी फूड्स शामिल करें, ताकि आप शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ रहें। इसके लिए डाइट में फल-सब्जियां, फ्रूट जूस, साबुत अनाज, नट्स, डार्क चॉकलेट, एवोकाडो आदि लें।

अगर आप घर की किसी समस्या की वजह से लगातार परेशान चल रही हैं तो इस बारे में किसी करीबी से बात करें। अगर फिर भी मन में आत्महत्या का ख्याल आए तो हेल्पलाइन या किसी अनुभवी साइकोलॉजिस्ट से बात करें।

Content Writer

Anjali Rajput