फेफड़े छलनी कर रहा Air Pollution, खाते रहे ये 5 चीजें, Lungs होते रहेंगे Detox

punjabkesari.in Tuesday, Nov 11, 2025 - 05:17 PM (IST)

 नारी डेस्क:  दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में स्मॉग और वायु प्रदूषण ने हालात बेहद खराब कर दिए हैं। हवा में मौजूद हानिकारक कण (PM2.5 और PM10) लगातार लोगों के फेफड़ों पर हमला कर रहे हैं। इससे अस्थमा, एलर्जी, ब्रॉन्काइटिस और सांस से जुड़ी कई बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में अपनी डाइट में कुछ खास चीजें शामिल कर फेफड़ों को अंदर से डिटॉक्स करना बेहद जरूरी हो गया है।  प्रदूषण के कारण शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ जाता है और इम्युनिटी कमजोर हो जाती है। ऐसे में अगर हम अपने खानपान में ऐसे फूड्स शामिल करें जो विटामिन C, E और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर हों, तो फेफड़ों को प्रदूषण से होने वाले नुकसान से काफी हद तक बचाया जा सकता है।

फेफड़ों को डिटॉक्स करने वाले 5 फूड्स

नींबू, संतरा, आंवला जैसे खट्टे फल

नींबू, संतरा, मौसमी और आंवला विटामिन C के शानदार स्रोत हैं। ये शरीर से हानिकारक तत्वों को निकालने में मदद करते हैं और फेफड़ों की कोशिकाओं को मज़बूत बनाते हैं।  रोज़ाना एक गिलास नींबू पानी या आंवले का जूस फेफड़ों की सफाई के लिए बेहद असरदार है।

नींबू और संतरे नही, इन 8 Rich Foods से पाएं Vitamin C

हरी पत्तेदार सब्जियां और ब्रोकोली

पालक, मेथी, सरसों और ब्रोकोली जैसे फूड्स में एंटीऑक्सीडेंट्स और फोलेट भरपूर मात्रा में होते हैं। ये फेफड़ों की कोशिकाओं को रिपेयर करने और सूजन (Inflammation) को कम करने में मदद करते हैं। इन सब्जियों को डेली डाइट में शामिल करने से सांस लेना आसान हो जाता है।

लहसुन और अदरक

लहसुन में मौजूद एलिसिन और अदरक में पाए जाने वाला जिंजरॉल फेफड़ों की सूजन और इंफेक्शन को कम करने में सहायक होते हैं। ये दोनों प्राकृतिक डिटॉक्स एजेंट हैं जो श्वसन तंत्र को साफ रखते हैं। स्मॉग वाले दिनों में अदरक और लहसुन को सूप या सब्जियों में जरूर शामिल करें।

ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स

सालमन और टूना जैसी मछली, अखरोट और अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत हैं। ये फेफड़ों की सूजन घटाते हैं और सांस लेने की क्षमता बढ़ाते हैं। जो लोग नॉनवेज नहीं खाते, वे अखरोट या अलसी के बीज को डाइट में शामिल करें।

शरीर के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड है जरूरी, जानिए इसके ढेरों Health Benefits

हर्बल टी और हल्दी वाला दूध

ग्रीन टी, तुलसी टी या हल्दी वाला दूध शरीर से फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालते हैं। हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन फेफड़ों के टिशूज़ को हील करता है और इंफ्लेमेशन को कम करता है। रात में हल्दी वाला दूध पीना खास फायदेमंद होता है।

 इन बातों का रखें ध्यान

फेफड़ों की सफाई के लिए सही खानपान के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी भी पिएं। हाइड्रेशन शरीर को टॉक्सिन्स निकालने में मदद करता है और सांस से जुड़ी परेशानियों से राहत देता है। साथ ही, स्मॉग सीजन में मास्क पहनें, घर में एयर-प्यूरिफाइंग पौधे लगाएं और ज्यादा समय बाहर न बिताएं।

थोड़ी सजगता और संतुलित डाइट अपनाकर आप इस प्रदूषण भरे मौसम में भी अपने फेफड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static