दक्षिण मुखी मकान भी होते हैं शुभ, बिना तोड़फोड़ के इस तरह दूर करें वास्तुदोष
punjabkesari.in Tuesday, Nov 05, 2024 - 07:11 PM (IST)
नारी डेस्क: वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना गया है। हालांकि दक्षिण मुखी घरों को लेकर कई लोगों में शंका होती है कि ये घर वास्तु के अनुसार शुभ नहीं होते। वास्तु विशेषज्ञ बताते हैं कि सही तरीके और उपायों के अनुसार दक्षिण मुखी घर में भी सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य का संचार किया जा सकता है। यहां कुछ महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स दिए गए हैं जो दक्षिण मुखी घर के लिए लाभदायक हो सकते हैं:
मुख्य द्वार का स्थान
दक्षिण दिशा में घर का मुख्य द्वार होने पर इसे सही जगह पर रखना बहुत आवश्यक होता है। द्वार को दक्षिण दिशा में दक्षिण-पूर्व (आग्नेय कोण) के पास रखना शुभ माना जाता है, जबकि दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण) में मुख्य द्वार होने से नकारात्मक प्रभाव आ सकते हैं।
कमरों का स्थान और सेटअप
दक्षिण मुखी घर में कमरों की स्थिति का सही ढंग से निर्धारण करना चाहिए। पूजा का स्थान या पूजा कक्ष उत्तर-पूर्व दिशा में रखना उत्तम होता है। रसोई घर को दक्षिण-पूर्व दिशा में और बेडरूम को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।
मुख्य द्वार पर वास्तु दोष निवारण
दक्षिण मुखी घरों में मुख्य द्वार पर वास्तु दोष निवारण के लिए लक्ष्मी यंत्र, वास्तु पिरामिड या दक्षिणमुखी हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित कर सकते हैं। इससे नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता है और घर में सकारात्मकता बनी रहती है।
ऊर्जा का संतुलन
दक्षिण दिशा से घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा को संतुलित रखने के लिए घर में उचित रोशनी और वेंटिलेशन का ध्यान रखना चाहिए। घर के अंदर नियमित रूप से धूप और गंगाजल का छिड़काव करें, इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है।
उपचारात्मक उपाय
दक्षिण मुखी घर के वास्तु दोषों को कम करने के लिए पीतल के ऊपाय, जैसे पीतल के बर्तन या घंटी का उपयोग लाभदायक माना गया है। इसके अलावा, दक्षिण दिशा में लाल रंग के वस्त्र, पर्दे, या दीवार पर लाल रंग का पेंट करने से भी लाभ मिल सकता है।
सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखना
दक्षिण मुखी घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए घर को साफ-सुथरा रखना चाहिए। घर के प्रवेश द्वार के पास पौधे या फूलों का गमला रखें, जो कि ऊर्जा को संतुलित करने में सहायक होता है।
आर्थिक लाभ और उन्नति
दक्षिण दिशा के घर को यदि वास्तु नियमों के अनुसार व्यवस्थित किया जाए तो इस दिशा का संबंध आर्थिक लाभ और उन्नति से होता है। दक्षिण दिशा को शक्ति और स्थिरता की दिशा माना गया है, जो घर के मालिक को वित्तीय उन्नति में मदद करती है।
दक्षिण मुखी घर वास्तु दोषों के कारण गलत नहीं होते हैं, बल्कि इनकी सही दिशा और संतुलन बनाए रखने पर लाभ प्राप्त किया जा सकता है।