डाइट सोडा पीने वालो को 10 बीमारियों का खतरा, हो जाएं अलर्ट

punjabkesari.in Tuesday, Mar 02, 2021 - 02:24 PM (IST)

डाइट सोडा दुनियाभर में सबसे ज्‍यादा पिया जाने वाला ड्रिंक है। लोग खाना या फास्ट फूड खाने के बाद डाइट सोडा पीना ज्यादा पसंद करते हैं। आमतौर पर स्टुडेंट्स के बीच ये बहुत ज्यादा लोकप्रिय है। ज्यादातर लोग मानते हैं कि इससे सेहत को कोई नुकसान नहीं होता लेकिन ध्यान से देखें तो इसके साइड इफेक्ट्स भी कम नहीं है। डाइट सोडा में कैमिकल की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसका स्वाद मीठा होता है और इसे पीने से ताजगी का एहसास होता है लेकिन ये बॉडी में जाकर कई तरह की बीमारियों के पैदा होने की वजह बनता है।

 

वजन बढ़ना

डाइट सोडा की ज्यादातर किस्मों में जीरो या कम कैलोरी होती है लेकिन एक्सपर्ट्स कहते हैं कि लोग शुरुआत में कैलोरी कम करने के लिए डाइट सोडा लेना शुरू कर देते हैं लेकिन फास्ट-फूड ज्यादा खाकर इस कैलोरी की भरपाई भी करते रहते हैं। डाइट सोडा कैलोरी-फ्री तो होता है साथ ही यह लोगों को ज्यादा मीठा या कैलोरी वाला खाना खाने के लिए प्रेरित भी करता है। इस वजह से वजन बढ़ने लगता है। कई मामलो में  डाइट सोडा भूख हार्मोन को उत्तेजित करके भूख बढ़ाने का काम भी करता है।

 

डायबिटीज और हार्ट प्रॉब्लम

एक रिसर्च में बताया गया है कि डाइट सोडा रेगुलर पीने से टाइप 2 डायबिटीज और हार्ट प्रॉब्लम्स के जोखिम बहुत बढ़ जाते है। ये पेट की चर्बी को भी बढ़ाता है। दिन में 1-2 कप सोडा पीने से हार्ट अटैक या किडनी का अच्छे से काम ना करना और बहुत सी स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां हो सकती है।



पीरियड्स संबंधी समस्या

रोजाना किसी भी रुप में एक कप से ज्यादा कैफीनयुक्त बेवरेज का सेवन करने वाली महिलाओं को प्रीमेंस्ट्रल सिंड्रोम यानी पीरियड्स संबंधी समस्या होने का खतरा अधिक होता है।

 

मीठा खाने की इच्‍छा 

शुगर-फ्री सोडा मीठा खाने की क्रेविंग को बढ़ाता है। डाइट सोडा दिमाग पर गलत असर डालता है। असल में मीठा खाने के बाद हमारा दिमाग अलग तरह से काम करना शुरु कर देता है लेकिन डाइट सोडा से मीठा खाने की इच्छा और ज्यादा बढ़ जाती है। इस वजह से कमर पर चर्बी, हाई ब्लड प्रेशर और शुगर बढ़ने की प्रॉब्लम हो सकती है।

 

अग्न्याशय कैंसर का खतरा

एक अध्ययन के मुताबिक हर हफ्ते डाइट ड्रिंक पीने से अग्न्याशय कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।

 

ओस्टियोपोरोसिस का खतरा

ज्यादातर डायट सोडा पदार्थों में प्रिजर्वेटिव्स के तौर पर सिट्रिक एसिड और फॉस्फोरिक एसिड डाले जाते हैं। खून में इन एसिडों की अधिकता पीएच संतुलन को बिगाड़ देती है, जिसे संतुलित करने के लिए शरीर कैल्शियम का इस्तेमाल करता है, और यह कैल्शियम हड्डियों से लिया जाता है, जो कि आगे चलकर ओस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकता है। यही कारण है कि अधिक सोडा सेवन करने वाले लोगों में हड्डियां कमजोर होने की परेशानी तेजी से बढ़ती जा रही हैं।  

 

डिहाइड्रेशन

डाइट सोडा में कैफीन की ज्यादा मौजूदगी डिहाइड्रेशन की समस्या उत्पन्न कर देती है। कई लोग प्‍यास लगने पर पानी न मिलने पर सोडा पी लेते हैं जो डीहाइड्रेशन का कारण बन सकता है। साथ ही इसके कारण शरीर में कई मिनरल तत्वों की कमी भी होने लगती है। 

 

किडनी स्‍टोन

लोग मानते हैं कि सोडा पीने से किडनी में स्टोन की परेशानी खत्म हो जाती है और किडनी से सोडा निकल जाता है लेकिन असलियत यह है कि सोडा में मौजूद फॉस्फोरिक एसिड किडनी में स्टोन को बढ़ाती है।

 

दांतों को नुकसान

दिन में तीन से ज्यादा गिलास डाइट सोडा पीने वाले लोगों को दांतों में सड़न की समस्या होती है क्‍योंकि इसे पीने से एसिडिटी का स्तर बढ़ता है जो सबसे पहले मुंह की सेहत के लिए खतरा साबित होता है। 


सिर दर्द

सोडा में मौजूद बनावटी स्वीटनर लोगों में सिर दर्द को बढ़ा सकता है। यह ब्लड में मूड खुश रखने वाला हार्मोन 'सेरोटोनिन' का स्तर कम करता है। इससे सिरदर्द, घबराहट, नींद न आना, मूड में अधिक बदलाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं।


आप डाइट सोडा के बजाए नींबू पानी, नारियल पानी या ताजे जूस पी सकते हैं यह आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। यह वजन घटाने के साथ एनर्जी भी प्रदान करता है। 

Content Writer

Anjali Rajput