नहीं थम रहे महिलाओं के खिलाफ अपराध, NCRB के आंकड़ों में राजस्थान सबसे आगे

punjabkesari.in Tuesday, Dec 05, 2023 - 02:17 PM (IST)

महिलाओं के खिलाफ जुर्म थमने का नाम नहीं ले रहे। हाल ही में सामने आए आंकड़ों ने और भी परेशानी बढ़ा दी है। देश के विभिन्न पुलिस स्टेशनों पर दर्ज अपराधों पर एनसीआरबी ने नई रिपोर्ट जारी की है। इसके अनुसार, साल 2022 में महिलाओं और बच्चों पर हिंसा के मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। महिलाओं से अपराध के मामले में राजस्थान पहले नंबर पर है। रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ अपराध 4%, 8.7% और 9.3 % की बढ़ोतरी हुई है। आर्थिक और भ्रष्टाचार से जुड़े अपराधों में भी 11.1% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं 2022 में साइबर अपराध 24.4 % तक बढ़ गए हैं।   

एनसीआरबी की रिपोर्ट में हुआ खुलासा 

भारत में अपराध 2022 शीर्षक वाली एनसीआरबी की रिपोर्ट 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ केंद्रीय एजेंसियों से लिए गए आंकड़ों पर आधारित हैं। इन आकंड़ों को इस शुक्रवार को जारी किया गया है और रविवार को सार्वजनिक किया गया। एनसीआरबी रिपोर्ट में कम से कम पांच महीने की देरी हुई है हालांकि इसे आमतौर पर सालाना जुलाई या अगस्त तक सार्वजनिक किया जाता रहा है। 

सबसे ज्यादा महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे हैं अपराध 

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,45, 256 मामले दर्ज किए गए हैं जो कि 2023 में 4.28, 278 की तुलना में 4% ज्यादा हैं। इसमें अधिकांश मामले पति-पत्नी या उनके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता (31.4%) के बाद अपहरण से जुड़े हैं। इसमें अपहरण (19.2%), शील भंग (18.7%) और बलात्कार (7.1%) के मामले अलग हैं। 

पहले नंबर पर आया राजस्थान 

2022 में कुल 31, 516 बलात्कार के मामलों में से ज्यादातर 5, 3999 राजस्थान में दर्ज किए गए हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश (3,690), मध्यप्रदेश (3029), महाराष्ट्र (2094) और हरियाणा (1787) राज्य रहे हैं। रिपोर्ट् में कहा गया है कि दिल्ली में पिछले साल 1212 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए। प्रति लाख महिला जनसंख्या पर दर्ज अपराध दर 2021 में 64.5 तुलना में 2022 में 66.4 रहा। 

बच्चों के खिलाफ हिंसा

2022 के दौरान बच्चों के खिलाफ हुई हिंसा के अपराध के 1,62,449 मामले दर्ज किए गए जो 2021 की तुलना में 8.7% (1, 49, 904 मामले) की वृद्धि दिखी है। इनमें से ज्यादातर मामले अपहरण (45.7%) और 39.7 % यौन अपराधों से संबंधित थे।

सीनियर सिटिजन के खिलाफ हिंसा 

2021 में 26,110 मामलों की तुलना में 2022 में वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ अपराध 9.3% बढ़कर 28, 545 मामले हो गए हैं। इसमें से अधिकांश मामले (7, 805 या 27.3%),चोट के बाद चोरी (3, 944 या 13.8%) और जालसाजी और धोखाधड़ी (3, 201) से संबंधित रहे। 

इसके अलावा एससी के खिलाफ अपराध 13.1% बढ़ गए हैं। 2021 में 50, 900 मामलों से बढ़कर 2022 में 57, 582 मामले हो गए। एसटी के खिलाफ अपराध में 14.3% की वृद्धि हुई है। एनसीरआरबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि आर्थिक मामलों में 11.1%(1,74, 013 मामले) की वृद्धि हुई है। 2021 में 3, 745 मामलों की तुलना में 2022 में 4,139 भ्रष्टाचार के मामले दर्ज किए गए हैं जो 10.5 % की वृद्धि दर्शाते हैं। वहीं साइबर अपराध 2021 में 52, 974 की तुलना में 24.4% बढ़कर 65, 893 मामले हो गए हैं।

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palak